Indian Railways: सवा साल में 25 प्रतिशत हुआ डकनिया स्टेशन का काम, दस महिने में 75 प्रतिशत काम करना चुनौती
Indian Railways: सवा साल में 25 प्रतिशत हुआ डकनिया स्टेशन का काम, दस महिने में 75 प्रतिशत काम करना चुनौती

Indian Railways: सवा साल में 25 प्रतिशत हुआ डकनिया स्टेशन का काम, दस महिने में 75 प्रतिशत काम करना चुनौती

Indian Railways: सवा साल में 25 प्रतिशत हुआ डकनिया स्टेशन का काम, दस महिने में 75 प्रतिशत काम करना चुनौती

Rail news: कोटा। पिछले करीब सवा साल में डकनिया स्टेशन का पुनर्विकास कार्य मात्र 25 प्रतिशत पूरा हुआ है। यदि काम इसी गति से चलता रहा तो अगले दस महिने में बाकि बचा 75 प्रतिशत काम होना मुश्किल है। गौरतलब है कि रेलवे ने इस काम को नवंबर 2024 में पूरा करने का लक्ष्य तय कर रखा है। यह काम 111.18 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। यह काम नवंबर 2022 में शुरु हुआ था।
यह हुए काम
डकनिया स्टेशन पर अब तक रिले और पैनल रूम का काम स्लैब स्तर तक पूरा हो चुका है। इसके अलावा ब्लॉक, प्लास्टर एवं फ्लोर स्लैब कार्य भी पूूर्ण हो चुका है।
साथ ही फ्रंट स्टेशन बिल्डिंग और मेजानाइन स्लैब कास्टिंग, रियर स्टेशन बिल्डिंग, कानकोर्स फूटिंग एवं कालम, बिजली उपकेंद्र स्लैब स्तर तक, प्लास्टर, पार्सल कार्यालय, प्लिंथ बीम तक फुटिंग और कालम तथा आरपीएफ कार्यालय का काम लगभग पूरा हो चुका है।
यह होने हैं काम
डकनिया स्टेशन पर फं्रट साइड 486० वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले फ्रंट साइड स्टेशन भवन का निर्माण होना है। यह दो मंजिला भवन होगा। जिसमें भूतल पर प्रस्थान और आगमन ब्लॉक, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, क्लॉक रूम, वीआईपी लाउंज तथा कार्यालय बनाए जा रहे हैं। मेजेनाइन फ्लोर पर 3 रिटायरिंग रूम, स्टोर रूम और कार्यालय, पहली मंजिल में महिला और पुरुष यात्रियों के लिए अलग-अलग प्रतीक्षालय, विश्राम गृह, भोजनालय, बजट होटल, शिशु आहार कक्ष तथा कियोस्क बनाए जाएंगे।
इसके अलावा रियर साइड 2840 वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले स्टेशन भवन का निर्माण होगा। दो मंजिला भवन के भूतल पर प्रस्थान और आगमन ब्लॉक, टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय, क्लॉक रूम और अन्य सुविधाएं होंगी। साथ ही मेजेनाइन फ्लोर पर ऑफिस स्पेस आदि होंगे।
प्रथम तल में प्रतीक्षालयए डोरमेट्रीए रिटायरिंग रूमए कियोस्क होंगे।
लगेंगी 8 लिफ्ट और 9 एस्केलेटर
इसके अलावा डकनिया में 8 लिफ्ट और 9 एस्केलेटर भी लगेंगे। साथ ही यहा 70 सौर संयंत्र भी लगाए जाएंगे।
सभी प्लेटफार्मों पर सीओपी का प्रावधान होगा। स्टेशन भवनों, पार्किंग और यात्री सुविधाओं आदि के लिए दिव्यांगजनों के अनुकूल पहुंच का विकास होगा। दो नए यात्री प्लेटफार्म भी बनाए जाएंगे। साथ ही मौजूदा प्लेटफार्म का चौड़ीकरण कार्य भी चल रहा है।
फं्रट और रियर स्टेशन बिल्डिंग तथा सभी प्लेटफॉर्म को जोडऩे वाले नए कॉनकोर्स का निर्माण होगा। रूफ का निर्माण, प्लेटफॉर्म और रेलवे ट्रैक कवर होगा। फं्रट और रियर साइड पर सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग सुविधाओं का विकास होगा। स्टेशन के दोनों ओर सर्कुलेटिंग एरिया में लैंडस्केपिंग होगी