कम हो सकती है पांडे की सजा, केबीसी में भाग लेने का मामला

कम हो सकती है पांडे की सजा, केबीसी में भाग लेने का मामला
कोटा। कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में भाग लेने वाले देशबंधु पांडे की सजा अपील के बाद कम हो सकती है। पांडे द्वारा जल्दी ही इसकी अपील की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि उच्चाधिकारियों को अधिकार है कि वह अपील पर किसी कर्मचारी की सजा को माफ या कम कर सकते हैं।
इसका एक कारण मामले को केबीसी से जोड़कर देखने को भी माना जा रहा है। अधिकतर लोगों का मत है कि कोटा और रेलवे मंडल का नाम रोशन करने वाले पांडे की सजा के मामले में नरमी बरती जानी चाहिए थी। विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने भी पांडे का पक्ष लिया है।
देशभर में समाचार चलने के बाद रेलवे बोर्ड और जबलपुर मुख्यालय सहित कई अधिकारियों ने भी मामले की जानकारी ली है। ऐसे में माना जा रहा है कि पांडे के निर्णय पर पुनर्विचार हो सकता है।
मजदूर संघ ने किया सम्मान
केबीसी में भाग लेने पर मंगलवार को रेलवे मजदूर संघ ने पांडे का सम्मान किया। सम्मान स्वरूप शॉल ओढ़ाकर पांडे को फूल मालाओं से लाद दिया गया। संघ कार्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह में अपने स्वागत से अभिभूत पांडे ने कहा कि इनाम जीतने के बाद यह उनका पहला

अभिनंदन है। इसके लिए पांडे ने संघ का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर पांडे ने लोगों की मांग पर केबीसी के अपने अनुभव साझा करते हुए अमिताभ बच्चन पर लिखी एक कविता भी सुनाई।
पांडे को दंडित करना गलत है
इस अवसर पर संघ सचिव अब्दुल खालिक ने कहा कि अधिकारियों ने बिना सोचे-समझे आनस-फानस में पांडे को दंडित कर दिया। ऐसा लगा कि अधिकारियों को पांडे को सजा देने की बहुत ज्यादा जल्दी थी। दंडित करने से पहले अधिकारियों ने पांडे की उपलब्धि तक को ध्यान में रखना जरूरी नहीं समझा। अधिकारियों को देखना चाहिए था कि केबीसी में भाग लेकर पांडे ने देशभर में कोटा रेल मंडल का नाम रोशन किया है। ऐसे में अपना रुख नरम रखकर पांडे का सम्मान किया जाना चाहिए था। ताकि अन्य कर्मचारी भी बिना किसी भय के इससे प्रोत्साहित हो सकें। खालिक ने कहा कि इस उपलब्धि के लिए सजा कि नहीं बल्कि गर्व की बात होनी चाहिए।
खालिक ने कहा कि प्रशासन के समक्ष पांडे का पक्ष मजबूती से रखा जाएगा। जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी किया जा सकता है।
बधाईदेने वालों का लगा तांता
समारोह में पांडे कोबधाईदेने वालों का तांता लग गया। बधाईदेने वालों में डीआरएम शाखा सचिव दिनेश मीना, केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य अब्दुल हनीफ, सत्यनारायण, अजय चन्दावत, विमल मित्तल, मुजाहत अली, भूपेन्द्र धाकड़ तथा प्रदीप मीना सहित बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि भंडार डिपो में कार्यालय अधीक्षक पद पर तैनात पांडे ने केबीसी में 3 लाख 20 हजार रुपए जीते हैं। जबकि रेलवे ने पांडे की 3 साल की वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है।