चलती ट्रेन में सीए की पत्नी का पर्स चोरी, कोच में सवार था कोटा का रेलवे स्टाफ, भोपाल में दर्ज हुआ मामला

चलती ट्रेन में सीए की पत्नी का पर्स चोरी, कोच में सवार था कोटा का रेलवे स्टाफ, भोपाल में दर्ज हुआ मामला
कोटा।  दौड़ती ट्रेन में शुक्रवार को एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की पत्नी का पर्स चोरी का मामला सामने आया है। मामले में खास बात यह है कि कोच में कोटा से रेलवे स्टाफ सवार हुआ था तथा आरपीएफ भी गश्त पर थी। यात्री ने मामले की रिपोर्ट भोपाल जीआरपी ने दर्ज कराई है।
भोपाल बेतूल निवासी सीए सचिन आर्य बताया कि वह अपने परिवार के साथ जयपुर से जोधपुर-भोपाल ट्रेन में सवार हुआ था। उसकी तृतीय श्रेणी के वातानुकूल कोच बी-वन में 5 सीटें बुक थीं।
गुरुवार रात करीब 11 बजे ट्रेन कोटा पहुंची थी। ट्रेन में कोटा से उसके कोच में 8-10 यात्री सवार हुए थे। इनमें से कुछ लोगों ने ट्रेन चालकों की तरह आसमानी रंग की कमीज पहन रखी थी। इनमें से किसी का भी आरक्षण कोच में नहीं था। इसको सीट देने की मशक्कत में कोच में न्यूसेंस की स्थिति पैदा हो गई।
सचिन ने बताया कि इसकी शिकायत उसने टीटीई से भी की थी। लेकिन टीटीई ने इन्हें रेलवे स्टाफ बताते हुए सभी को कोच नहीं एडजस्ट कर दिया।
चोरी हुआ पत्नी का पर्स
सचिन ने बताया कि कोटा से चढ़े एक यात्री को टीटीई ने उसकी पत्नी के ऊपर वाली सीट दे दी। पत्नी बीच की सीट पर मौजूद थी। पति ने अपने सिर के नीचे पर्स लगा रखा था। पर्स में तीन-चार हजार रुपए नगद, बैंक का एटीएम, आधार और पैन कार्ड तथा कुछ जरूरी सामान था। रास्ते में पर्स कहीं चोरी हो गया।
सचिन ने बताया कि सुबह करीब 6:30 बजे ट्रेन गुना स्टेशन पर पहुंचने पर पर्स चोरी का पता चला। इसके बाद उसने टीटीई और यात्रियों की तलाश की। लेकिन पूरी ट्रेन में यह उसे कहीं नहीं मिले। संभवत यह सभी लोग रास्ते में कहीं उतर गए थे।
इसके बाद उसने मामले की ऑनलाइन शिकायत रेलवे में दर्ज कराई। भोपाल पहुंचकर उसने जीआरपी में चोरी का मामला दर्ज कराया।
टीटीई ने नहीं की कार्यवाही
सचिन ने बताया कि कोरोना काल में भी बिना किसी वैध दस्तावेजों के यात्री वातानुकूल कोचों में सवार हो रहे हैं। खास बात यह है कि आपत्ति के बाद भी टीटीई द्वारा इन अनधिकृत लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। सचिन ने बताया कि उसकी आपत्ति के बाद अगर टीटीई द्वारा सभी यात्रियों के दस्तावेजों की जांच की जाती तो संभवत यह चोरी नहीं होती।
ट्रेन में थी आरपीएफ की गश्त
मामले में खास बात यह है कि इस ट्रेन में आरपीएफ गश्त करती है। लेकिन इसके बाद भी चोरी हो गई। वह भी वातानुकूलित कोच से। जबकि सचिन ने बताया कि उसे पूरी ट्रेन में कहीं भी आरपीएफ के जवान नजर नहीं आए। सचिन ने बताया कि महंगा किराया देकर यात्री सुरक्षा की दृष्टि से वातानुकूल कोचों में सफर करता है। लेकिन अब यह कोच भी सुरक्षित नहीं रहे।
यात्री का मोबाइल चोरी
इसी तरह गुरुवार रात कोटा स्टेशन पर एक यात्री का मोबाइल चोरी हो गया। जीआरपी ने शुक्रवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि तमिलनाडु निवासी माधिवानन चेन्नई-जयपुर एक्सप्रेस (02967) से कोटा पहुंचा था। यहां पर माधिवानन वेटिंग रूम में अपना मोबाइल चार्जिंग में लगा कर सो गया। सुबह उठने पर माधिवानन को मोबाइल गायब मिला।
इस पर माधिवानन ने मामले की रिपोर्ट जीआरपी थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी जयपुर निवासी अमित तेली (21) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी गया मोबाइल भी बरामद कर लिया।