मंदसौर-कोटा ट्रेन का पेंटाग्राफ और बिजली के तार टूटे, 7 घंटे ठप रहा कोटा-चित्तौड़गढ़ रेल मार्ग

मंदसौर-कोटा ट्रेन का पेंटाग्राफ और बिजली के तार टूटे, 7 घंटे ठप रहा कोटा-चित्तौड़गढ़ रेल मार्ग
कोटा।  जालंधरी-श्रीनगर रेलवे स्टेशनों के बीच शनिवार रात मंदसौर-कोटा फास्ट पैसेंजर स्पेशल ट्रेन (05834) के इंजन का पेंटाग्राफ और बिजली के तार (ओएचई) आपस में उलझ कर टूट गए। इसके चलते ट्रेन करीब साढे तीन घंटे मौके पर खड़ी रही। बाद में डीजल इंजन की मदद से ट्रेन को कोटा के लिए रवाना किया गया। इसके बाद कोटा और बूंदी से पहुंची टावर वैगनों की मदद से तारों की मरम्मत का काम शुरू किया गया। इस घटना के चलते कोटा-चित्तौड़गढ़ रेल मार्ग करीब 7 घंटे ठप रहा।
सूत्रों ने बताया कि यह हादसा रात करीब 2.15 बजे भीमलत टनल के अंदर हुआ। पेंटाग्राफ से उलझ कर करीब 60 मीटर ओएचई क्षतिग्रस्त हो गई। इस हादसे के कारण तड़के 4.20 बजे पहुंचने वाली मंदसौर-कोटा ट्रेन सुबह करीब 7:45 बजे कोटा पहुंची। ट्रेन में देरी के चलते यात्री घंटों परेशान होते रहे। इस घटना के बाद बूंदी रेल खंड पर रविवार सुबह करीब 9 बजे रेल यातायात दुबारा शुरू हो सका हुआ। रास्ता बंद होने से कई माल गाड़ियां रास्ते में अटकी रहीं। सूचना पर वरिष्ठ खंड अभियंता (टीआरओ) और (टीआरडी) भी मौके पर पहुंचे।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
सूत्रों ने बताया कि हादसे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चला है। कोई पेंटाग्राफ में खराबी की बात बता रहा है तो कोई ओएचई में कमी की बात कह रहा है। प्रशासन द्वारा मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद ही घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा।