रेलवे ने वापस किया प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ आदेश, एसटी-एससी एसोसिएशन ने बताई अपनी जीत

रेलवे ने वापस किया प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ आदेश, एसटी-एससी एसोसिएशन ने बताई अपनी जीत
कोटा। न्यूज़। पश्चिम-मध्य रेलवे ने प्रमोशन में आरक्षण के खिलाफ अपना आदेश वापस ले लिया है। ऑल इंडिया एससी-एसटी रेलवे एम्प्लाइज एसोसिएशन ने इसे अपनी जीत बताया है।
एसोसिएशन के मंडल सचिव अभयसिंह मीना ने बताया कि मान्यता प्राप्त यूनियनों के दवाब में रेलवे बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ जाकर पश्चिम-मध्य रेलवे ने 20 जुलाई 2021 को न्यू प्रमोशन पॉलिसी जारी कर प्रमोशन के बाद आरक्षण लगभग समाप्त कर दिया था।
इसके खिलाफ एसोसिएशन द्वारा जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया गया था। साथ ही महाप्रबंधक को चेतावनी दी गई थी कि यदि जल्द ही इस आदेश को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस पूरे मामले से रेलवे बोर्ड और एसटी-एससी कमिशन आयोग को भी अवगत कराया गया था। मामले को लेकर पिछले दिनों कोटा पहुंचे महाप्रबंधक का एसोसिएशन द्वारा बहिष्कार भी किया गया था। इसके बाद दबाव में आए अधिकारियों ने सोमवार को इस आदेश को वापस ले लिया।
आदेश वापस लेने की जानकारी मिलते ही एसोसिएशन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मंडल कार्यालय के सामने जोरदार आतिशबाजी कर अपनी जीत का जश्न मनाया।
एसोसिएशन ने की रेल मंत्री से मुलाकात
एसटी-एससी एसोसिएशन ने सोमवार को रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने एसोसिएशन की गतिविधियों की जानकारी देते हुए मंत्री को अपनी मांगों से अवगत कराया।
इस पर रेलमंत्री ने आश्वस्त किया की उत्पादन इकाइयों का निगमीकरण नहीं किया जाएगा बल्की तकनीकी ढंग से अपग्रेड कर इन्हें विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। ताकि हम अपने देश के साथ-साथ अन्य देशों की आवश्यकताओं को भी पूरा कर सकें। रेलमंत्री ने कहा कि रेल का निजीकरण नहीं होगा बल्कि इसे विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। जिसमें आवश्यकतानुसार कुछ बाहरी सहयोग लिया जा सकता है।
एसोसिएशन ने रेलमंत्री से अनुरोध किया कि ठेके की शर्तों में अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लोगों को निर्धारित प्रतिशत में रोज़गार देने की शर्त जोड़ी जाए, ताकि उनके रोज़गार की समस्या का समाधान हो सके।
मंत्री से मिलने वालों में एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष
बीएल बैरवा सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।