कोटा में ट्रेनों की नहीं हो रही धुलाई, खराब हुआ ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट

कोटा में ट्रेनों की नहीं हो रही धुलाई, खराब हुआ ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट
कोटा।  रेलवे द्वारा मनाए जा रहे हैं स्वच्छ पखवाड़े के पांचवें दिन सोमवार को स्वच्छ ट्रेन दिवस मनाया गया। लेकिन इसके उलट कोटा में ऑटोमेटिक वॉच वाशिंग प्लांट खराब होने के कारण ट्रेनों की बाहर से सफाई नहीं हो रही है। इसके चलते यात्री यात्री गंदी ट्रेनों में ही सफर करने को मजबूर हैं।
सूत्रों ने बताया कि करीब 15-20 दिनों से ऐसा ही चल रहा है। प्लांट खराब होने के कारण ट्रेनों का बाहर से धुलना पूरी तरह बंद है। वाशिंग पिट लाइन पर ठेका कर्मचारियों द्वारा केवल ट्रेन की अंदर से सफाई की जाती है। बाहर से ट्रेन गंदी रह जाती है। कर्मचारियों ने बताया कि पहले यहां 18 का स्टाफ था। जिसके चलते ट्रेन की बाहर से भी सफाई की जाती थी। लेकिन वाशिंग प्लांट लगने के बाद स्टाफ की संख्या आठ कर दी गई। इसके चलते ट्रेनों की बहार से सफाई नहीं हो रही है। धूल मिट्टी और गुटकों की पीक जमा रहने से ट्रेन बहुत गंदी रह जाती है।
वही मामले में अधिकारियों ने बताया कि प्लांट का कोई पुर्जा खराब हो गया है। जल्द ही प्लांट को चालू कर दिया जाएगा।
9 महीने पहले हुआ था चालू
कर्मचारियों ने बताया कि इस प्लांट को लगाने में करीब एक करोड़ 53 लाख रुपए खर्च हुए थे। पिछले साल 29 दिसंबर को पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक में इस प्लांट का ऑनलाइन उद्घाटन किया था। पश्चिम मध्य रेलवे का यह पहला प्लांट है। रेलवे द्वारा सेंसर लगे इस प्लांट से प्लांट से बेलनाकार ब्रश और पाउडर की मदद से ट्रेनों के जल्द धुलाई और पानी की बचत का दावा किया जाता है।