रेलवे ठेकेदारों ने प्रशासन को दी चेतावनी

रेलवे ठेकेदारों ने प्रशासन को दी चेतावनी
कोटा।  अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रेलवे ठेकेदारों ने सोमवार को डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद ठेकेदारों में डीआरएम पंकज शर्मा को रेल मंत्री के नाम का एक ज्ञापन भी सौंपा। ठेकेदारों ने चेतावनी दी है कि यदि इसके बाद भी उनकी मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
ज्ञापन में ठेकेदारों के बिल समय से पास करने, दीपावली से पूर्व सभी पेंडिंग बिलों का भुगतान करने। परफॉर्मेंस गारंटी समय पर रिलीज करने, वेरिएशन तुरंत पास करने, ठेके से पूर्व फंड की व्यवस्था करने, 50 लाख से अधिक राशि वाले ठेकों पर पीवीसी लागू करने, पीवीसी व बिड कैपेसिटी नियमों में संशोधन करने, पीवीसी एमआरआरपी के अनुसार देने, जीएसटी न्यूटिलिटी का केंद्रीकृत फार्मूला बनाने तथा छोटे ठेकेदारों को आगे बढ़ाने के लिए जेवी ज्वाइंट वेंचर की सीमा 5 करोड़ करने आदि मांगे शामिल हैं।
तैयार की आंदोलन की रणनीति
धरना-प्रदर्शन से पहले ठेकेदारों ने मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में स्टेशन रोड स्थित निजी होटल में आंदोलन की रणनीति भी तैयार की। इस बैठक में ठेकेदारों से आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा गया।
बैठक और धरना-प्रदर्शन में कोटा रेल मंडल कॉन्टैक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष गजराज सिंह, महामंत्री आरके जैन, कोषाध्यक्ष संदीप माथुर, ललित निहलानी, मनोज सेठी तथा सौरभ गुप्ता सहित बड़ी संख्या में ठेकेदार मौजूद थे।