बूंदी रेलखंड में विद्युत लाइन का हुआ घटिया काम, प्रधानमंत्री से शिकायत, जांच में जुटी रेलवे

बूंदी रेलखंड में विद्युत लाइन का हुआ घटिया काम, प्रधानमंत्री से शिकायत, जांच में जुटी रेलवे
कोटा।  बूंदी रेलखंड में विद्युत लाइन (ओएचई) का घटिया काम होने का मामला सामने आया है। इससे रेल संरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया है। मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक भी पहुंची है। इसके बाद रेलवे मामले की जांच में जुटी हुई है।
सूत्रों ने बताया कि शिकायतकर्ता मांडलगढ़ टीआरडी विभाग का ही सहायक कर्मचारी पवन मीणा है।
पवन ने प्रधानमंत्री को दी अपनी शिकायत में बताया कि कोटा से चंदेरिया तक विद्युत तारों के लिए गाड़े गए खंभों की गुणवत्ता सही नहीं है। कई खंभों की नींव कमजोर है। कई खंभों के सीमेंट कंक्रीट में दरारे आ गई हैं। खंबों की गहराई कम है। इसके अलावा एटीडी, टीआरडी बिल्डिंग और कॉपर वायर में भी कमी की बात सामने आई है।
कोटा-चंदेरिया के बीच करीब 152 किलोमीटर क्षेत्र में ढाई हजार खंबे लगे हैं। इनमें से कई खंभों में यह कमियां हैं।
कोटा आरपीएफ कर रही मामले की जांच
शिकायत के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से मामला रेल मंत्रालय पहुंचा। रेल मंत्रालय द्वारा मामले की जांच के लिए केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन मुख्यालय प्रयागराज तथा कोटा आरपीएफ सहित तीन सदस्यीय कमेटी कर रही है। कोटा पोस्ट पर टीआरडी और अन्य विभागों के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इस दौरान मामले को छुपाने के लिए घटिया कामों की लीपापोती की जानकारी भी सामने आई है।
मिल रही धमकी
मीडिया से बातचीत में पवन ने बताया कि यह मामला उजागर करने के बाद उसे कई लोगों द्वारा मारने की धमकी दी जा रही है। शिकायत वापस लेने के लिए उस पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। उसे प्रलोभन भी दिया जा रहा है। मामले में अधिकारियों द्वारा उसे चार्ज शीट तक थमाई गई है। पवन ने बताया कि उसने मामले की शिकायत मांडलगढ़ पुलिस थाने में दर्ज कराई है।
पहले शिकायतों पर नहीं हुई कार्रवाई
मामले की शिकायत पहले भी की जा चुकी है। लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसके बाद मामला प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचा।
इससे पहले कोटा मंडल रेल कार्यालय, पश्चिम-मध्य रेलवे जबलपुर मुख्यालय, उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर तथा विजिलेंस तक को मामले की शिकायत की गई थी।
नई डली है लाइन
उल्लेखनीय है कि कोटा-चंदेरिया के बीच विद्युत लाइन नई डली है। पिछले कुछ महीनों से ही इस लाइन पर विद्युत इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ है। इससे पहले इस रूट पर डीजल इंजन से ट्रेन है दौड़ाई जाती थीं।
दर्ज किए जा रहे हैं बयान
मामले की शिकायत मिली है। कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। – बच्चन देव, कोटा आरपीएफ पोस्ट प्रभारी