Indian Railways : कापरेन में खड़ी मालगाड़ी में डकैती, किसानों ने उड़ाए खाद के 70 कट्टे, मामला रफा-दफा करने में जुटी आरपीएफ

Indian Railways : कापरेन में खड़ी मालगाड़ी में डकैती, किसानों ने उड़ाए खाद के 70 कट्टे, मामला रफा-दफा करने में जुटी
आरपीएफ
Kota Rail News :  कापरेन में गुरुवार को एक मालगाड़ी में डकैती का मामला सामने आया। यहां पर कुछ किसानों ने खड़ी मालगाड़ी से खाद के करीब 70 कट्टे चोरी कर लिए। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) मामले को रफा-दफा करने में जुटी हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि कोटा की ओर से आई एक मालगाड़ी यहां 4 नंबर लाइन पर आकर खड़ी हुई थी। तड़के करीब 3 बजे स्टेशन के पास ही रहने वाले कुछ किसानों ने दरवाजों की सील तोड़ कर डिब्बों से खाद के 60-70 कट्टे चुरा लिए।
चोरी के बाद किसानों ने पटरियों के पास ही खाद के कट्टों का ढेर लगा दिया। किसान सुबह तक यहां से खाद के कट्टों को उठा-उठाकर अपने घर ले जाते रहे। कुछ कट्टे फटे होने के कारण पटरी के पास बड़ी मात्रा में खाद बिखर गया। यह खाद अभी भी पटरियों के पास पड़ा हुआ है। पटरियों के पास से किसानों के घर तक कट्टों से रिस रही खाद की मोटी लाइन भी बनी हुई है।
आरपीएफ ने नहीं की कार्रवाई
ग्रामीणों और रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि इस मामले की सूचना आरपीएफ को तुरंत दी गई थी। लेकिन इसके बाद भी आरपीएफ ने मामले में कोई कार्रवाई करना जरुरी नहीं समझा। उल्टा आरपीएफ ने कहा कि मामले को ज्यादा हवा मत दो। इसे यही रफा-दफा कर दो। इससे ऐसा लग रहा है कि मामले को सोची समझी साजिश के तहत मिलजुल कर अंजाम दिया गया।
देहरादून के ड्राइवर ने भी देखी चोरी
सूत्रों ने बताया कि चोरी की इस घटना को देहरादून-बांद्रा ट्रेन के ड्राइवर ने भी देखा था। ड्राइवर ने मामले की सूचना तुरंत कापरेन स्टेशन मास्टर को नोट करवाई थी। इसके बाद स्टेशन मास्टर ने लाखेरी आरपीएफ को मामले की सूचना दी थी। लेकिन इसके बाद भी मामले में कार्रवाई की कोई बात सामने नहीं आई है। ड्राइवर के अलावा चोरी की इस घटना को कई ग्रामीणों और रेलवे कर्मचारियों ने भी देखा।
किसानों ने घरों में रखे कट्टे
ग्रामीणों ने बताया कि चोरी किए खाद के कट्टे किसानों ने अपने घरों में रखे हुए हैं। इस खाद को किसान ठिकाने लगाने में भी लगे हुए हैं। किसान सुबह से ही अपने खेतों में खाद छिड़कने में लगे हुए हैं।
अधिकारियों ने नहीं दिया जवाब
इस संबंध में वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विजय प्रकाश और लाखेरी आरपीएफ पोस्ट प्रभारी को फोन किया गया था। लेकिन दोनों में से किसी ने भी फोन उठाना जरूरी नहीं समझा।