Indian Railways : कोटा मंडल ने असम में रोकी मार्बल पाउडर की मालगाड़ी

Indian Railways : कोटा मंडल ने असम में रोकी मार्बल पाउडर की मालगाड़ी, पार्टी

पर लगाया 18 लाख का जुर्माना, मामला छुपाने की कोशिश

Kota Rail News : कोटा रेल मंडल द्वारा असम स्थित चांगसारी स्टेशन पर एक मालगाड़ी को रुकवाने का मामला सामने आया है। रेलवे को इसमें एलम (फिटकरी) के नाम पर मार्बल पाउडर भरा होने का पता चला है। इसके चलते रेलवे ने पार्टी पर करीब 18 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। पार्टी द्वारा जुर्माना नहीं भरने पर यह मालगाड़ी अभी चांगसारी स्टेशन पर ही खड़ी है। सूत्रों ने बताया कि इस जुर्माना राशि का ठीक से आकलन नहीं किया गया है इसके चलते यह जुर्माना अभी और बढ़ सकता है। रेलवे द्वारा इस मामले को छुपाने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि करीब 2 महीने पहले कोटा और भरतपुर से 21-21 डिब्बों की गाड़ी में माल लदान हुआ था। बाद में यह दोनों मालगाड़ी आपस में जुड़ कर चांगसारी के लिए रवाना हुई थी।
इधर, कोटा में एलम के नाम पर मार्बल पाउडर भेजे जाने का मामला सामने आने पर रेलवे ने चांगसारी में इस मालगाड़ी की जांच करवाई थी। इस जांच में मालगाड़ी के कुछ डिब्बों में मार्बल पाउडर होने का पता चला था। इसके बाद रेलवे ने इस मालगाड़ी को रुकवा लिया।
लगाया 18 लाख का जुर्माना
इसके बाद रेलवे ने पार्टी पर करीब 18 का जुर्माना लगा दिया। जुर्माना नहीं भरने के कारण रेलवे ने अभी तक पार्टी को माल की डिलीवरी नहीं दी है। रेलवे ने पार्टी को माल, वजन, स्टेशन और किराया आदि जानकारी लिखी रेलवे रसीद (आरआर) भी नहीं दी है।
पार्टी पत्र लिखकर करीब डेढ़ महीने से कोटा मंडल वाणिज्य विभाग से आरआर की मांग कर रही है। ताकि आरआर दिखाकर चांगसारी स्टेशन से माल की डिलीवरी ली जा सके।
पहले भी आ चुका है ऐसा मामला
उल्लेखनीय है कि कोटा में ऐसा मामला पहले ही सामने आ चुका है। पार्टी ने कुछ और माल बता कर मालगाड़ी में कोटा स्टोन भर दिया। ‘कोटा रेल न्यूज़’ द्वारा मामले के खुलासे के बाद रेलवे ने पार्टी पर करीब 8 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। यह मालगाड़ी भी कोटा से चांगसारी गई थी। इसके बाद भी रेलवे ने व्यवस्था में सुधार की कोई. जरूरत नहीं समझी। यह बात यह साबित करने के लिए काफी है कि यह मामला आपसी मिलीभगत से लंबे समय से चल रहा है।
अभी भी ऑफलाइन बुक हो रहा माल
मामले में खास बात यह है कि रोक के बावजूद भी कोटा मंडल में अभी भी कुछ पार्टियां माल की ऑफलाइन बुकिंग कर रही है। हालांकि इन पार्टियों द्वारा मालगाड़ी की मांग ऑनलाइन की जाती है।
माल ऑफलाइन बुक होने के कारण रेलवे द्वारा पार्टी को आरआर भी मैनुअली दी जाती है। जबकि ऑनलाइन बुकिंग में पार्टी को आरआर भी ऑनलाइन प्राप्त हो जाती है।
सूत्रों ने बताया कि ताजा मामले में भी यही हुआ। पार्टी द्वारा माल की ऑफलाइन बुकिंग की गई। इसके चलते पार्टी आरआर के लिए वाणिज्य विभाग के चक्कर काट रही है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड द्वारा करीब 2 साल पहले ऑफलाइन बुकिंग को पूरी तरह बंद कर दिया था। लेकिन कोटा में यह अभी भी चालू है। इसी वजह से सारे घोटाले सामने आ रहे हैं।
100 करोड़ का घोटाला
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों एलम के नाम पर मार्बल पाउडर भेजे जाने का मामला सामने आया था। कोटा मांडलगढ़ और भरतपुर स्टेशनों से ऐसी सैकड़ों गाड़ियां असम भेजी गईं। एलम की अपेक्षा मार्बल का किराया अधिक होने के चलते रेलवे को करीब 100 करोड रुपए का चूना लगने का अनुमान है। मामले के दो महीने बाद भी प्रशासन अभी तक सिर्फ जांच की बात ही बात ही कर रहा है। जबकि वर्कशॉप की लैब में यह पाउडर मार्बल का अंश साबित हो चुका है।
चार दिन में भी नहीं दिया जवाब
प्रशासन इस पूरे मामले को छिपाने के प्रयास में जुटा हुआ है। पार्टी द्वारा आरआर मांगे जाने के संबंध में भी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय को फोन किया गया था। साथ ही व्हाट्सएप मैसेज भी किया गया। लेकिन 4 दिन बाद भी रोहित ने मामले का कोई जवाब देना जरूरी नहीं समझा।