Indian Railways : अधिकारियों के आगे प्रशासन पंगु, आदेश के बाद भी कर्मचारी रिलीव नहीं

Indian Railways : अधिकारियों के आगे प्रशासन पंगु, आदेश के बाद भी कर्मचारी रिलीव नहीं

Kota Rail News : कोटा मंडल रेल प्रशासन अधिकारियों के आगे पंगु नजर आ रहा है। जहां तक की सुपरवाइजर भी प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ाने में पिछे नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि करीब एक महीना पहले डीआरएम पंकज शर्मा ने स्थानांतरित हुए कर्मचारियों को 27 मई तक रिलीव करने के आदेश दिए थे। साथ ही कारणों सहित रिलीव नहीं होने वाले कर्मचारियों की सूची भी मांगी थी।
वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सुप्रकाश में 22 मई को एक पत्र जारी कर सभी अधिकारियों और सुपरवाइजरों को डीआरएम के इस आदेश से अवगत कराया था।
लेकिन इसके बाद आज तक किसी भी कर्मचारियों के रिलीव होने की जानकारी सामने नहीं आई है।
डीआरएम के सीओएस भी नहीं हुए रिलीव
रिलीव नहीं होने वालों में डीआरएम के खुद के मुख्य कार्यालय अधीक्षक (सीओएस) संजय चतुर्वेदी का नाम भी शामिल है। संजय का स्थानांतरण 22 अप्रैल को हो गया था। लेकिन इसके बाद भी संजय अभी तक अपनी कुर्सी पर जमे हुए हैं। कर्मचारियों में चर्चा है कि जब डीआरएम खुद के सीओएस को रिलीव नहीं करवा पाए तो अन्य अधिकारियों और सुपरवाइजरों की बात करना ही बेकार है।
दर्जनों कर्मचारियों को होना है रिलीव
कर्मचारियों ने बताया कि ऐसे दर्जनों कार्मिक हैं, जिनके महीनों पहले स्थानांतरण के आदेश निकल चुके हैं। लेकिन इनको अभी तक रिलीव नहीं किया जा सका है। कर्मचारियों ने बताया कि आदेश के बाद भी रिलीव नहीं होने का असर रेलवे के कामकाज पर भी पड़ रहा है। रिलीव के इंतजार में कर्मचारी काम में रुचि नहीं ले रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि संजय का स्थानांतरण डीआरएम ऑफिस में ही सामान्य शाखा में कार्यालय अधीक्षक पद पर मुकेश गोयल की जगह हुआ था।
मुकेश का स्थानांतरण संजय की जगह किया गया था। लेकिन आदेश की पालना नहीं होने के कारण आपस में दोनों की सीट नहीं बदली है। गौरतलब है कि संजय करीब 20 साल से डीआरएम सचिवालय में ही काम कर रहे हैं