Indian Railways : पुलिस ने शुरू की जांच, रेलकर्मी आत्महत्या मामला

Indian Railways : पुलिस ने शुरू की जांच, रेलकर्मी आत्महत्या मामला

Kota Rail News : पुलिस ने रेल कर्मचारी सुनील दत्त शर्मा आत्महत्या मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की एक जीप सोमवार को रेलवे माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) भी पहुंची। जहां यह जीप करीब डेढ़ घंटा खड़ी देखी गई। इस दौरान पुलिस ने पैसों का लेन-देन करने वाले कर्मचारियों और अन्य ब्याजखोरो के बारे में पूछताछ की। इस दौरान पुलिस ने जयपुर बैंक और ऋण लेन-देन बारे में भी जानकारी प्राप्त की। साथ ही इस बारे में बैंक डायरेक्टरों की भूमिका की भी पड़ताल की। इसके अलावा पुलिस सुनील के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल को भी खंगालने में लगी हुई है। पुलिस को उम्मीद है कि कॉल डिटेल से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकती है। वहीं मामले में पुलिस ने फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
एक करोड के कर्जे ने ली जान
वही मामले में सूत्रों ने बताया कि सुनिल पर करीब एक करोड़ रुपए का कर्जा था। संभवत इससे परेशान होकर सुनील ने अपनी जान दे दी।
सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले सुनील ने दिल्ली में कुछ संपत्ति का सौदा किया था। अधिक रिटर्न मिलने के लालच में आधा दर्जन से अधिक लोगों ने सुनील के जरिए इस संपत्ति में अपना अपना पैसा लगाया था। इसमें माला रोड स्थित एक कांग्रेसी पार्षद, कुछ रेल कर्मचारी और ब्याजखोर तथा भरतपुर के भी कुछ लोग शामिल थे। सुनील ने इस संपत्ति का सौदा दिल्ली में अपने रिश्तेदारों के जरिए किया था। सुनील ने इस पैसा का बैंक के जरिए भुगतान किया था।
बाद में किसी कारणवश यह सौदा पूरा नहीं हो सका। साथ ही पैसा भी लौटकर नहीं आया। इसके बाद सुनील को धोखाधड़ी का शिकार होने का पता चला। यह पूरा सौदा करीब एक करोड़ रुपए से अधिक का बताया जा रहा था।
इधर, समय बीतने के साथ ही लोग सुनील पर पैसा लौटाने के लिए दबाव डालने लगे थे। पैसा लौटाने के वादे की याद दिलाने के लिए लोग सुनील को दिन-रात फोन करने लगे। सूत्रों ने बताया कि इस दौरान सुनील को धमकियां तक देने की बात सामने आ रही हैं। इसके चलते सुनील काफी परेशान रहने लगा था। आत्महत्या से पहले 3 दिन सुनील ड्यूटी पर ही नहीं पहुंचा था। संभवत कर्जदारों का दबाव नहीं झेल पाने के कारण सुनील ने अपनी जान देने का निर्णय लिया। जहर खाने के तुरंत बाद सुनील ने इसकी जानकारी अपनी पत्नी और कोलकाता में मौजूद बेटी को भी दी थी।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि बोरखेड़ा स्थित महालक्ष्मीपुरम मल्टी स्टोरी बिल्डिंग निवासी सुनील दत्त शर्मा (50) पुत्र भुवनेश शर्मा ने शुक्रवार दोपहर करीब 3 कीटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया था। तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में करीब 12 घंटे जिंदगी और मौत से संघर्ष करते हुए शनिवार तड़के सुनील का दम टूट गया था। गौरतलब है कि सुनील वर्कशॉप में ही नौकरी करते थे और जयपुर बैंक के डायरेक्टर भी थे।
मिलनसार स्वभाव के सुनील के यूं अचानक चले का लोग अभी भी विश्वास नहीं कर रहे हैं। सुनील को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है। सोमवार को तीय के दिन भी बड़ी संख्या में लोगों ने सुनील को श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया पर ही करीब 10 हजार लोग सुनील की खबर को पढ़ चुके हैं।