Indian Railways : फिटकरी घोटाले में 100 अधिकारी-कर्मचारी शामिल, प्रत्येक का हिस्सा फिक्स, एसीबी ने तेज की जांच

Indian Railways : फिटकरी घोटाले में 100 अधिकारी-कर्मचारी शामिल, प्रत्येक का

हिस्सा फिक्स, एसीबी ने तेज की जांच

Kota Rail News :  केंद्रीय जांच ब्यूरो (एसीबी) ने फिटकरी पाउडर परिवहन घोटाला मामले की जांच तेज कर दी है। अभी तक की जांच में एसीबी ने इस पूरे मामले में करीब 100 अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका को संदिग्ध माना है। एसीबी इन अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिकाओं की जांच में जुटी हुई है। इसमें कोटा मंडल और मुख्यालय के अलावा रेलवे की विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं।
प्रत्येक का हिस्सा फिक्स
वही मामले में सूत्रों ने बताया कि इस घोटाले में प्रत्येक जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी का हिस्सा फिक्स था। हर मालगाड़ी के हिसाब से पैसों का बंटवारा होता था। बड़े अधिकारियों तक एक मालगाड़ी के दो लाख रुपए तक पहुंचाए जाते थे। इसमें ट्रेन संचालन से जुड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि इसी मुख्यालय के मालभाड़े सहित अन्य अधिकारियों तक यह पैसा पहुंचाया जाता था।
एक मालगाड़ी पर 40 लाख का फायदा
सूत्रों ने बताया कि इस घोटाले के चलते ट्रांसपोर्ट कंपनी को एक मालगाड़ी पर 40 लाख रुपए से अधिक का फायदा होता था। इसी लाभ के हिस्से में से कंपनी रिश्वत बांटती थी।
50 करोड़ का घपला उजागर सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने अब तक 50 करोड़ रुपए से अधिक घोटाले की आशंका जताई है। एसीबी ने अब तक ऐसी 100 मालगाड़ियों का पता लगाया है जिसमें एलम के नाम पर मार्बल पाउडर भेजा गया। सूत्रों ने बताया कि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इसी के साथ अपने की राशि भी बढ़ सकती है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने बुधवार को कोटा मंडल के भरतपुर, मांडलगढ़, शंभूपुरा और रांवठारोड स्टेशनों पर गुरुवार को छापामार कार्रवाई की थी। इस जांच में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक अधिकारी जुटे हुए हैं।
बना चर्चा का विषय
गुरुवार को यह मामला सामने आते ही अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बना गया। कर्मचारी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे इतने बड़े घोटाले पर आश्चर्य जता रहे थे। अधिकारी इस बात पर अधिक आश्चर्यचकित थे कि इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने इस पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। यही कारण है कि घोटाला पिछले लंबे समय से लगातार चलता रहा।