Indian Railways : 25 हजार की रिश्वत लेते दो रेलकर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार

Indian Railways : 25 हजार की रिश्वत लेते दो रेलकर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार, सीबीआई

की जयपुर मंडल में कार्रवाई, म्यूच्यूअल ट्रांसफर के लिए कोटा के कर्मचारी से मांगे थे

डेढ़ लाख

Kota Rail News : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार रात 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते दो रेल कर्मचारियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने यह कार्रवाई जयपुर मंडल के श्रीमाधोपुर स्टेशन पर की। कार्रवाई रविवार सुबह तक चलती रही। कर्मचारियों ने कोटा मंडल के एक कर्मचारी से म्यूच्यूअल ट्रांसफर के लिए डेढ़ लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी।
सूत्रों ने बताया कि कोटा मंडल के मांडलगढ़ स्टेशन पर टीआरडी विभाग में टेक्नीशियन पद पर तैनात पवन कुमार मीणा ने फरवरी में अपने म्यूच्यूअल ट्रांसफर की फाइल लगाई थी। जयपुर मंडल कार्यालय में यह फाइल पिछले करीब 4 महीने से अटकी हुई थी। पवन के कई चक्कर लगाने के बावजूद फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी। इस पर किसी ने पवन को श्रीमाधोपुर स्टेशन पर टीआरडी विभाग में टेक्नीशियन पद पर तैनात शशि प्रकाश से मिलने की सलाह दी। मिलने पर शशि ने काम होने का भरोसा देते हुए पवन से पहले 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग की।
Indian Railways : 25 हजार की रिश्वत लेते दो रेलकर्मी रंगे हाथों गिरफ्तार
अच्छा मकान देखकर बढ़ाई रिश्वत
सीबीआई को दी अपनी शिकायत में पवन ने बताया कि पिछले दिनों उसके घर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शशि भी शामिल हुआ था। मकान और कार्यक्रम की चकाचौंध देखकर शशि ने रिश्वत की राशि बढ़ा दी। शशि अब उससे डेढ़ लाख रुपए मांगने लगा। पवन ने बताया कि उसके एतराज करने पर मामला एक लाख 20 हजार रुपए में फाइनल हो गया। पवन ने बताया कि इसमें से वह 20 हजार रुपए दे चुका था तथा स्टाफ की पार्टी पर भी 20 हजार रुपए खर्च कर चुका था। बाकी पैसे उसने शशि को बाद में देने को कहा था। लेकिन शशि पूरे पैसे लेने पर अड़ा रहा।
सीबीआई को की शिकायत
इसके बाद पवन ने मामले की शिकायत जयपुर सीबीआई को कर दी। मामले के सत्यापन के बाद सीबीआई ने पवन से 25 हजारों रुपए की रिश्वत लेते शशि को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा सीबीआई ने साथ में मौजूद एक अन्य टेक्निशियन सुनील कुमावत को भी गिरफ्तार किया है। शशि ने सुनील को यह पैसे उसके घर पहुंचाने के लिए दिए थे। लेकिन इससे पहले सीबीआई को सुनील के पास से पैसे बरामद हो गए। मामले में सीबीआई उच्च अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रही है।
कोटा भी पहुंच सकती है सीबीआई
मामले को लेकर सीबीआई कोटा मंडल रेल कार्यालय भी पहुंच सकती है। पवन ने म्यूच्यूअल ट्रांसफर की एक फाइल कोटा मंडल रेल कार्यालय में भी लगाई थी। अगर ऐसा होता है तो सीबीआई की कोटा मंडल में एक महीने में यह दूसरी कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सीबीआई ने कोटा रेल मंडल में फिटकरी परिवहन घोटाला मामला पकड़ा है। दोनों मामलों की जांच एक ही अधिकारी के पास है।