भारतीय किसान संघ का बयान- हम नहीं करेंगे 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम का समर्थन
26 जनवरी को लाल किले पर किसान आंदोलन के नाम पर हुई हिंसा से पूरा देश आहत है. ऐसे में कई किसान संगठनों ने आंदोलन से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया था. इसी क्रम में देश का सबसे बड़ा किसान संगठन भारतीय किसान संघ भी 6 फरवरी को होने वाले चक्का जाम का समर्थन नहीं करना चाहता है. संगठन के महामंत्री बद्रीनारायण चौधरी ने एक खत लिख कर इस बात की पुष्टि की है.
पत्र में BKS के महामंत्री ने लिखा है कि करीब 70 दिनों से चल रहे दिल्ली की सीमा पर ये आंदोलन पहले तो थोड़ा ही राजनैतिक लगता था, लेकिन अब वहां अधिकांश राजनैतिक दलों और नेताओं का जमावड़ा लगने लगा है, जिससे ये बात साफ हो गई है कि यह आंदोलन पूरी तरीके से राजनैतिक हथकंडा ही है.
BKS का कहना है कि पहले से ही भारतीय किसान संघ ने ऐसा अंदेशा लगाया था कि यह आंदोलन मंदसौर जैसा हिंसक रूप लेगा. संभवत: 26 जनवरी को जो लोग हिंसक हुए, इसमें भारतीय किसान संघ की आशंका सही सिद्ध हुई. इसलिए भारतीय किसान संघ को 6 फरवरी को चक्का जाम में कोई अनहोनी नहीं हो जाए, इसकी आशंका है.