Rajasthan Election 2023: तो आसानी से तय हो जाएगा राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम।

तो आसानी से तय हो जाएगा राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम।

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी सकारात्मक भूमिका का भरोसा दिया।
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माना जा रहा है कि राजस्थान का मुख्यमंत्री चुनने के लिए 11 दिसंबर को जयपुर में विधायक दल की बैठक होगी। इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे उपस्थित रहेंगे। बैठक में आने से पहले ही राजनाथ सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी भूमिका संदेशवाहक की है। राष्ट्रीय नेतृत्व ने जो तय किया है उसे विधायकों के समक्ष रखा दिया जाएगा और जो विधायक निर्णय लेंगे उसकी जानकारी राष्ट्रीय नेतृत्व को दे दी जाएगी। राजनाथ सिंह के इस कथन से जाहिर है कि वे जयपुर में बैठक कर विधायकों से रायशुमारी नहीं करेंगे। विधायक दल की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विधायकों से वर्चुअल संवाद किया और कहा कि आज पीएम मोदी को मजबूत करने की जरूरत है ताकि राजस्थान और देश का विकास हो सके। नड्डा ने कहा कि संगठन ही सर्वोपरि है। 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जयपुर और दिल्ली में जो राजनीति गतिविधियां हुई उससे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी भाजपा हाईकमान को भरोसा दिलाया है कि मुख्यमंत्री के चयन की प्रक्रिया में उनकी सकारात्मक भूमिका होगी। यानी विधायक दल की बैठक में राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री पद के लिए जो नाम रखेंगे उस पर वसुंधरा राजे की भी सहमति होगी। नड्डा, राजनाथ सिंह और वसुंधरा राजे के बयानों से प्रतीत होता है कि राजस्थान में भाजपा के मुख्यमंत्री का नाम आसानी से तय हो जाएगा। राजनाथ सिंह भले ही स्वयं को संदेशवाहक बताए, लेकिन भाजपा में राजनाथ सिंह के प्रभाव के बारे में सबको पता है। शीर्ष नेतृत्व ने सोच समझकर ही राजनाथ सिंह को राजस्थान का प्रभारी बनाया है। 200 में से भाजपा के 115 विधायक हैं, ऐसे में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। मीडिया में आशंका जताई जा रही है कि विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर विवाद हो सकता है, लेकिन पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सकारात्मक भूमिका वाले बयान के बाद विवाद की आशंका प्रतीत नहीं होती। मौजूदा समय में प्रदेश के किसी भी स्थान पर विधायकों का जमावड़ा नहीं हो रहा है। भाजपा के सभी विधायक मुख्यमंत्री के चयन के लिए होने वाली बैठक की सूचना का इंतजार कर रहे हैं। जानकार सूत्रों के अनुसार भाजपा के सभी विधायक प्रदेश नेतृत्व के संपर्क में है और सूचना मिलते ही जयपुर पहुंच जाएंगे। मीडिया में मुख्यमंत्री पद के लिए जो नाम चर्चा में है उनमें सबसे ऊपर रेल और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव का नाम है। यह बात अलग है कि मीडिया में नाम आने से अधिकांश नेता अपनी सफाई दे रहे हैँ। अभी तक किसी भी नेता ने मुख्यमंत्री बनने का दावा नहीं किया है। 4 और 5 दिसंबर को पूर्व सीएम राजे के निवास पर विधायकों के आने का जो अभियान चला था, वह भी शांत हो गया है। कहा जा सकता है कि अब भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व जो तय करेगा उस पर राजस्थान के विधायक अपनी मुहर लगा देंगे।

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Report By S.P.MITTAL