पंज प्यारे बयान पर हरीश रावत ने मांगा माफी, कैप्टन ने दिया राहुल गांधी से अलग बयान

पंज प्यारे बयान पर हरीश रावत ने मांगा माफी, कैप्टन ने दिया राहुल गांधी से अलग बयान

पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और 4 कार्यकारी अध्यक्षों को पंज प्यारा कहकर विवाद में फंसे पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने माफी मांगी है. एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा है कि प्रायश्चित के रूप में वो अपने राज्य के किसी गुरुद्वारे में झाड़ू से सफाई करेंगे. रावत ने कहा है कि उनका मकसद सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी और माफी की मांग की थी.

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रावत ने फेसबुक पर लिखा, कभी आप आदर व्यक्त करते हुए, कुछ ऐसे शब्दों का उपयोग कर देते हैं जो आपत्तिजनक होते हैं. मुझसे भी कल अपने माननीय अध्यक्ष व 4 कार्यकारी अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का उपयोग करने की गलती हुई है. मैं देश के इतिहास का विद्यार्थी हूं और पंज प्यारों के अग्रणी स्थान की किसी और से तुलना नहीं की जा सकती है. मुझसे ये गलती हुई है, मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं. उन्होंने आगे लिखा, मैं प्रायश्चित स्वरूप अपने राज्य के किसी गुरुद्वारे में कुछ देर झाड़ू लगाकर सफाई करूंगा. मैं सिख धर्म और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर भाव रखता रहा हूं. वहीं राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग़ का पुनर्निमाण पर केंद्र पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया जबकि सीएम अमरिंदर ने इसका स्वागत करते हुए केंद्र के कार्य को सराहा.