आरपीएफ को मिली बड़ी सफलता, चोरी गए 10 लाख के बिजली के तार बरामद, चार गिरफ्तार

आरपीएफ को मिली बड़ी सफलता, चोरी गए 10 लाख के बिजली के तार बरामद, चार गिरफ्तार

आरपीएफ को मिली बड़ी सफलता, चोरी गए 10 लाख के बिजली के तार बरामद, चार गिरफ्तार
कोटा। चोरी गए बिजली के तार (ओएचइ) मामले में कोटा मंडल रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पौने तीन महीने बाद आरपीएफ ने चोरी गए 10 लाख रुपए मूल्य के पूरे तार बरामद कर लिए हैं। मामले में आरपीएफ अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। इनमें एक मुख्य आरोपी सहित तीन कबाड़ी शामिल हैं। मामले में 7 आरोपी अभी भी फरार हैं।
एक कबाड़ी को गुरुवार को ही गिरफ्तार किया गया है। इसे शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। दो कबाडियों को बुधवार को ही अदालत में पेश किया गया। यहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। मुख्य आरोपी हमीद उर्फ बंटी अभी भी रिमांड पर है। यह सभी भोपाल के रहने वाले हैं।
खंगाले 10 लाख मोबाइल नंबर
आरोपियों को पकड़ने के लिए आरपीएफ ने पिछले पौने 3 महीने में करीब 10 लाख मोबाइल नंबर खंगाले। विश्लेषण के बाद इनमें से करीब 650 मोबाइल नंबरों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इसके अलावा
झालावाड़ को दूसरे शहरों से जोड़ने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गों, टोल नाकों, दुकानों, घरों तथा पेट्रोल पंपों लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों की गहनता से जांच की गई। साथ ही घटनास्थल के आसपास ठेका मजदूरों और संदिग्ध व्यक्तियों की लगातार निगरानी रखी गई।
इसके अलावा रेलवे सामग्री चोरी के आदतन अपराधियों की खोज खबर ली गई। साथ ही अन्य क्षेत्रों में ओएचई चोरी आदि मामलों में गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी एकत्रित की गई। इतनी गहन जांच-पड़ताल के बाद आरपीएफ को आरोपियों का सुराग मिल सका।
850 रुपए किलो है भाव
उल्लेखनीय है कि बिजली के यह तार तांबे के होते हैं। इन तारों का बाजार भाव करीब 850 रुपए किलो है। आरोपियों ने भोपाल में यह तार कबाडिय़ों को 650 रुपए किलो में बेच दिए।
पौने 3 महीने घर नहीं गए जवान
आरोपियों को पकड़ने के लिए आरपीएफ के दर्जनों अधिकारी और जवान दिन-रात 24 घंटे जुटे रहे। इनमें से अधिकतर अधिकारी और जवान पौने 3 महीने में एक बार भी अपने घर नहीं गए। आरोपियों को पकड़ने के लिए सभी जवान झालावाड़ में कैंप करते रहे। इस दौरान वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त विजय प्रकाश आदि अधिकारियों ने एक बार भी जवानों का हौसला नहीं टूटने दिया। अधिकारी आरोपियों को पकड़ने के लिए जवानों का लगातार उत्साहवर्धन करते रहे।
आरोपियों को पकड़ने वाली टीम में रामगंजमंडी आरपीएफ पोस्ट प्रभारी पीएस गहलोत, भोपाल सीआईबी निरीक्षक खजान सिंह, सीआईबी मुख्यालय के निरीक्षक बीरेंद्र यादव तथा कोटा सीआईबी के निरीक्षक राजीव खरब आदि शामिल थे।
यह था मामला
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन स्थित जूना खेड़ा और झालरापाटन के बीच चोर करीब एक किलो मीटर क्षेत्र से बिजली के तार काट कर ले गए थे। इनका बाजार मूल्य करीब 10 लाख रुपए था। इसके बाद चोरों ने 28 अप्रैल को ही इसी जगह पर फिर से चोरी का प्रयास किया था। चोरों ने तार काट भी लिया था। लेकिन आरपीएफ की सतर्कता से चोर तार को नहीं ले जा सके थे। दूसरी बार चोर और अधिक बड़ी चोरी करने के प्रयास में पहुंचे थे। इस बार चोरों का इरादा करीब 5 किलोमीटर क्षेत्र से 50 लाख रुपए मूल्य के बिजली के तार चोरी करने का था। इसके लिए चोर एक ट्रक भी अपने साथ लाए थे। जबकि पहले चोर पिकअप वैन में तार ले गए थे।

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