गौ संरक्षण पर खर्च किए 1511-31 करोड़ रुपये – स्वायत्त शासन मंत्री

गौ संरक्षण पर खर्च किए 1511-31 करोड़ रुपये – स्वायत्त शासन मंत्री
नगरीय विकास मंत्री श्री शांति धारीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में गौ संरक्षण पर 1511 करोड़, 31 लाख 4 हजार 86 रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुद्रांक विक्रय और मदिरा विक्रय पर देय वैट पर गौ संरक्षण अधिभार से प्राप्त राशि में से ये खर्च किया गया है।
स्वायत्त शासन मंत्री ने प्रश्नकाल में वित्त मंत्री की ओर से विधायक श्री धर्मनारायण जोशी के पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि गौ संरक्षण के लिए तय प्रक्रियानुसार जैसे-जैसे मांग आती है, वैसे ही फंड आंवटित कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय वर्ष 2015-2018 के दौरान गौ संरक्षण अधिभार से प्राप्त राशि में से वास्तविक खर्च काफी कम किया गया था।
इससे पहले श्री धारीवाल ने विधायक श्री जोशी के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि राज्य सरकार को स्टांप ड्यूटी पर अधिभार से वर्ष 2015-2016 से 2020-2021तक 1242 करोड़ 56 लाख 24 हजार रुपये प्राप्त हुए है। मदिरा की बिक्री पर देय वैट पर अधिभार से वर्ष 2018-2019 से 2020-2021तक प्राप्त राजस्व राशि 1017 करोड़ 8 लाख 67 हजार रुपये है। इस तरह अधिभार से प्राप्त कुल राशि 2259 करोड़ 64 लाख 91 हजार रुपये है।
उन्होंने बताया कि अधिभार से प्राप्त हुई राशि में से 1500 करोड़ 46 लाख 43 हजार रुपये गौशाला सहायता, 3 करोड़ 44 लाख 61 हजार रुपये गौशाला विकास कार्य, 20 लाख रुपये गौशाला बायोगैस सहभागिता योजना, 7.20 करोड़ रुपये नंदीशाला जनसहभागिता योजना पर खर्च किए गए हैं। इस तरह कुल व्यय राशि 1511 करोड़ 31 लाख 4 हजार रुपये 86 रुपये है।