गैस पावर प्रोजेक्ट की अनुपयोगी भूमि पर किया जाए औद्योगिक विकास- मुख्य सचिव

केशोरायपाटन में गैस पावर प्रोजेक्ट की अनुपयोगी भूमि पर किया जाए औद्योगिक विकास– मुख्य सचिव
 मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि बूंदी के केशोरायपाटन में उर्जा विभाग द्वारा एक हजार मेगा वॉट के गैस आधारित पावर प्रोजेक्ट की अनुपयोगी जमीन पर औद्योगिक विकास किया जाये। मुख्य सचिव सोमवार को शासन सचिवालय में उर्जा विभाग द्वारा आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री आर्य ने कहा की ऊर्जा विभाग ने बूंदी जिले के केशोरायपाटन में गैस आधारित पावर प्रोजेक्ट के लिये जो 94 हैक्टेयर भूमि ली थी, उस प्रोजेक्ट को तत्कालीन समन्वय समिति के निर्णय से 2018 में बंद कर दिया गया था। मुख्य सचिव ने कहा कि केशोरायपाटन की उक्त भूमि कृषि और उद्योगों के दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है और रेल व सड़क मार्ग से जुड़ी हुई है, इसलिये यह भूमि औद्योगिक विकास के लिये उपयुक्त है। श्री आर्य ने राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) को  इस भूमि का विस्तृत प्लान बनाकर ऊर्जा विभाग को सौंपने के निर्देश दिए ताकि इस क्षेत्र में औद्यौगिक विकास सुनिश्चित किया जा  सके।
बैठक में उर्जा विभाग के प्रमुख सचिव श्री दिनेश कुमार ने बताया कि विभाग के पास उपलब्ध अन्य अनुपयोगी जमीनों का राजस्व विभाग और रीको के समन्वय से उचित उपयोग किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व विभाग श्री आनन्द कुमार, सचिव एवं प्रबंध निदेश उद्योग श्री आशुतोष पेडणेकर, उद्योग आयुक्त श्रीमती अर्चना सिंह उपस्थित रहे।