ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के शुरू होने में अभी चार-पांच दिन और लगेंगे। लेकिन दुबई से आए पांच कंसंट्रेटर से मरीजों को ऑक्सीजन मिलना शुरू

अजमेर के सेटेलाइट अस्पताल के ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के शुरू होने में अभी चार-पांच दिन और लगेंगे। लेकिन दुबई से आए पांच कंसंट्रेटर से मरीजों को ऑक्सीजन मिलना शुरू। डॉक्टर राकेश पोरवाल की सराहनीय पहल।
मित्तल अस्पताल में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटरों से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज शुरू।
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अजमेर के आदर्श नगर स्थित राजकीय सैटेलाइट अस्पताल में इंग्लैंड से जो ऑक्सीजन जनरेशन प्लाट नि:शुल्क प्राप्त हुआ था, उसके शुरू होने में अभी चार पांच दिन और लग जाएंगे। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश पोरवाल ने बताया कि प्लांट को फिलहाल स्थापित कर दिया गया है। लेकिन बिजली कनेक्शन, ऑक्सीजन लाइन आदि जोड़ने में चार पांच दिन लग जाएंगे। जब पूरी तरह प्लांट तैयार हो जाएगा, तब कंपनी के इंजीनियरों की मौजूदगी में प्लांट से मरीजों को ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। चूंकि यह प्लांट अत्याधुनिक और रेडीमेड हैं, इसलिए अनुभवी इंजीनियरों की उपस्थिति में ही संचालन किया जाएगा। प्लांट के शुरू होने से करीब सौ सिलेंडर प्रतिदिन प्राप्त हो सकेंगे। अभी अस्पताल में 35 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं, लेकिन प्लांट के शुरू हो जाने के बाद 65 मरीजों को भर्ती किया जा सकेगा। डॉ. पोरवाल ने बताया कि उनके दुबई निवासी मित्र महेश आडवानी ने पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर नि:शुल्क भेजे हैं। इन कंसंट्रेटर के माध्यम से संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन देने का काम शुरू कर दिया गया है। डॉ. पोरवाल ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या के बारे में महेश आडवानी को बताया गया था। आडवानी ने दुबई से पांच कंसंट्रेटर भेज दिए हैं। डॉ. पोरवाल ने कहा कि संपन्न व्यक्तियों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर अस्पतालों में उपलब्ध कराने चाहिए, ताकि संक्रमित मरीजों का समुचित इलाज हो सके।
मित्तल अस्पताल में इलाज शुरू:
अजमेर के पुष्कर रोड स्थित निजी क्षेत्र के मित्तल अस्पताल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से मरीजों को ऑक्सीजन देने का काम शुरू हो गया है। अस्पताल के सीईओ एसके जैन ने बताया कि ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मैनेजिंग पार्टनर और इंडिया हैड अंकुर गुप्ता ने अस्पताल को हाई कैपेसिटी वाले चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए हैं। अंकुर गुप्ता मित्तल अस्पताल की वरिष्ठ प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजू गुप्ता व डॉ. सीबी गुप्ता के पुत्र हैं। चूंकि डॉ. अंजू गुप्ता अस्पताल में ही कार्यरत हैं, इसलिए उन्होंने ऑक्सीजन की किल्लत को अपनी आंखों से देखा है, कोरोना काल में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने से संक्रमित मरीजों का इलाज भी नहीं हो पा रहा था। इस संबंध में जब डॉ. अंजू गुप्ता ने अपने पुत्र को बताया तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भिजवा दिए। अस्पताल के निदेशक सुनील मित्तल, डॉ. दिलीप मित्तल और मनोज मित्तल ने गुप्ता दम्पत्ति की पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे अन्य लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। अस्पताल के उपाध्यक्ष श्याम सोमानी ने कहा कि विषम परिस्थितियों में पहुंची यह मदद संक्रमित मरीजों के इलाज में सहायक होगी।