मुख्य सचिव ने बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था  एवं जरूरी चिकित्सकीय उपकरण खरीद के दिए निर्देश 

मुख्य सचिव ने बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था
एवं जरूरी चिकित्सकीय उपकरण खरीद के दिए निर्देश
मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए बच्चों के इलाज की उचित व्यवस्था, ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता में वृद्धि तथा भविष्य में जरूरी चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता के लिए आवश्यक कदम उठाएं। श्री आर्य सोमवार को यहां शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोविड प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के साथ राज्य में कोविड एवं ब्लेक फंगस की स्थिति, ऑक्सीजन की जरूरत एवं उपलब्धता सहित अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्य सचिव श्री आर्य ने बच्चों में कोविड संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार हर जिले में बच्चों के डॉक्टरों एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने ब्लेक फंगस रोगियों को समुचित उपचार मुहैया कराने तथा केन्द्र सरकार के सम्पर्क में रहकर दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। श्री आर्य ने भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए राज्य में ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के उपाय करने के निर्देश दिए साथ ही उन्होंने कहा कि यदि किन्हीं विशेष चिकित्सकीय उपकरणों की आवश्यकता महसूस हो रही हो तो विशेषज्ञों से चर्चा कर खरीद करें।
खान एवं पेट्रोलियम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुबोध अग्रवाल ने विदेशों से मंगाए जा रहे ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर की डिलीवरी की जानकारी देते हुए बताया कि अब तक करीब 10 हजार कॉन्सन्ट्रेटर मिल चुके हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री वैभव गालरिया ने सवाई मानसिंह अस्पताल, आरयूएचएस, जयपुरिया अस्पताल एवं बीलवा कोविड सेंटर में भर्ती कोविड रोगियों की स्थिति तथा बेड एवं वेंटिलेटर्स की उपलब्धता के संबंध में अवगत कराया।
रीको के प्रबंध निदेशक श्री आशुतोष एटी पेड़णेकर ने टैंकर्स से ऑक्सीजन परिवहन, राज्य में ऑक्सीजन की वर्तमान आवश्यकता एवं उपलब्धता तथा भावी योजना के संबंध में जानकारी दी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि राज्य में बच्चों में कोविड संक्रमण की स्थिति सामान्य है। उन्होंने बताया कि अप्रेल के अंतिम सप्ताह की तुलना में पिछले सप्ताह कुल संक्रमित रोगियों में बच्चों के संक्रमण के प्रतिशत में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर्स एवं आईसीयू पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोविड रोगियों के बजाय डिस्चार्ज होने वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वाणिज्य कर विभाग के आयुक्त श्री रवि जैन ने जयपुर में ऑक्सीजन सप्लाई के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यहां वर्तमान में ऑक्सीजन को लेकर कोई समस्या नहीं है।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री कुलदीप रांका एवं राजस्थान फाउंडेशन के चेयरमैन श्री धीरज श्रीवास्तव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल हुए।