आवंटित बजट का 30 जून से पहले उपयोग करने हेतु  निर्देश

टी.ई.क्यू.आई.पी.-III प्रोजेक्ट के दौरान खरीदे गये मशीन व लेबों का उचित उपयोग सुनिश्चित किया जाए
-तकनीकी शिक्षा सचिव
आवंटित बजट का 30 जून से पहले उपयोग करने हेतु  निर्देश
जयपुर, 28 जून। तकनीकी शिक्षा शासन सचिव श्री एन.एल. मीना ने टी.ई.क्यू.आई.पी.-III प्रोजेक्ट के दौरान खरीदे गये मशीन व लेबों का उचित उपयोग सुनिश्चित करने व आवंटित बजट का 30 जून से पहले उपयोग करने हेतु निर्देश दिए हैं।
तकनीकी शिक्षा शासन सचिव की अध्यक्षता में सोमवार को टी.ई.क्यू.आई.पी.-III (टेक्नीकल ऐज्यूकेशन  क्वालिटी इम्प्रयूवमेन्ट प्रोजेक्ट)की ऑनलाइन समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जेएस-I, जेएस-II, प्रभारी अधिकारी, एस.पी.ए., एसपीआईयू अधिकारियों एवं इंजीनियरिंग कॉलेजो के प्रिंसीपल एवं प्रोजेक्ट काॅर्डिनेटर की उपस्थिति में आयोजित इस  समीक्षा बैठक में कॉलेजो द्वारा बताई गई समस्याओ के समाधान हेतु चर्चा की गई। साथ ही शासन सचिव द्वारा एसपीआईयू को एनपीआईयू से समन्वय कर बकाया बिलों का बजट आवंटित कराने हेतु निर्देशित किया गया। शासन सचिव को ऑडिट रिपोर्ट में आये कॉलेजवार अक्षेपों से अवगत भी कराया गया।
बैठक में उन्होंने ऑडिट अक्षेपों की अनुपालना करने के लिए कॉलेजो का निर्देशित किया। बैठक के दौरान सभी काॅलेजो को आवंटित राशि एवं कॉलेजो द्वारा किये गये खर्च के बिलों की बकाया राशि की भी समीक्षा की गई।
समीक्षा बैठक में एस.पी.ए. प्रो. यू. ए. दबाडे के द्वारा समस्त इंजीनियरिंग कॉलेजो की प्रगति, खर्च, एन.बी.ए. एक्रेडिटेशन के बारे में अवगत कराया गया।
प्रोजेक्ट के दौरान तीन यूनिवर्सिटीज कॉलेज  कोटा, एमबीएम जोधपुर व सीटीएई उदयपुर को एन.बी.ए. मिल चुका हैं एवं बाकी कॉलेज  भी एन.बी.ए. के लिए प्रयास किये जा  रहे हैं। इसके पश्चात प्रिंसिपल बासवाड़ा, एमएलवीटीईसी भीलवाड़ा, महिला इंजिनीयरिंग कॉलेज अजमेर के द्वारा डिजिटल लाईब्रेरी की प्रगति के बारे में अवगत कराया गया । जिसके पश्चात संयुक्त सचिव श्री मनीष गुप्ता के द्वारा एमएलवीटी  इंजीनियरिंग कॉलेज  भीलवाड़ा, इंजीनियरिंग कॉलेज  झालावाड़, दोनों इंजीनियरिंग कॉलेज  अजमेर एवं इंजीनियरिंग कॉलेज झालावाड़ को इंजीनियरिंग कॉलेज  बासवाड़ा की डिजिटल लाईब्रेरी से लिंक करने का सुझाव दिया गया।
बैठक में संयुक्त शासन सचिव, श्री राजेश कुमार चौहान, श्री मनीष गुप्ता, श्री एम.ए. पठान, राज्य के विभिन्न अभियांत्रिकी महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं टेक्यूप से सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।