ट्रेन में 10 लाख की लूट के चार आरोपी गिरफ्तार, 5 के सिक्के से ट्रेन रोक कर दिया वारदात को अंजाम

ट्रेन में 10 लाख की लूट के चार आरोपी गिरफ्तार, 5 के सिक्के से ट्रेन रोक कर दिया वारदात को अंजाम, चार राज्यों में 7 ट्रेनों को बनाया निशाना, बड़ौदा जीआरपी के छडे हत्थे
कोटा।जयपुर-सिकंदराबाद ट्रेन में 10 लाख की लूट के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बड़ौदा राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने सभी को हरियाणा से पकड़ा है। आरोपियों से पूछताछ के लिए कोटा रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) अपराध शाखा और जीआरपी की संयुक्त टीम बड़ौदा के लिए रवाना हो गई है। पूछताछ के बाद कोटा जीआरपी द्वारा आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपियों ने चार राज्यों में पिछले करीब एक महिने चार राज्यों में 7 वारदातें कबूल की हैं। सभी आदतन अपराधी हैं। यह पिछले 2 साल से लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पहले यह मोजी गैंग के नाम से वारदातों को अंजाम देते थे। बाद में इस गैंग का नाम सिक्का गैंग पड़ गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों का सुराग घटना वाली रात मंडाना टोल नाके पर मिला था। ट्रेन में लूट के बाद आरोपी इसी टोल नाके से स्विफ्ट डिजायर कार से फरार हुए थे। आरोपियों ने करीब रात 2:50 बजे घटना को अंजाम दिया था तथा 3:21 पर इनकी कार टोल से पास हुई थी। यह सुराग हाथ लगने के बाद कोटा आरपीएफ की क्राइम ब्रांच ने कार की डिटेल तलाश करना शुरू कर दिया। नंबरों के आधार पर आरटीओ में यह कार ब्लैक लिस्टेड पाई गई। इसके बाद हाईवे और टोल नाके पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मिले नंबरों और फास्टैग के आधार पर इस कार की तलाश की गई। रखें क्राइम ब्रांच के जवान कार को तलाश करते हुए हरियाणा पहुंच गए। यहां पर बड़ौदा जीआरोपी पहले से ही आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी। इसके बाद दोनों टीमों ने एक दूसरे से जानकारी साझा कर आरोपियों की तलाश शुरू की। जहां पर पुलिस को पहले की गई ऐसी ही वारदातों में जाखड़ में गिरफ्तार होने से आरोपियों का सुराग मिल गया।
इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार जिंद से गिरफ्तार कर लिया। इनमें से दो आरोपी चोरी के मामले में जमानत पर बाहर थे।
आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब आधा किलो सोना जेवरात और नगद सहित करीब 23 तौला सोना, जेवरात और नगदी सहित करीब 14 लाख रुपए का माल बरामद किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान की दक्षिण की ओर जाने वाली लंबी दूरी ट्रेनों में लूट करते थे। आरोपियों ने अब तक माउंटआबू ,भरूच, वापी, औरंगाबाद, मक्सी और कोटा में वारदातें कबूल की हैं।
5 रुपए के सिक्के से रोकते थे ट्रेन
लूट के लिए आरोपी 5 रुपए के सिक्के का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने बताया कि हाईवे के समीप जहां रेलवे क्रॉसिंग पर गार्ड या कर्मचारी नहीं होता। बदमाश वहां ट्रेन आने से पहले पहुंच जाते थे।
रेलवे स्टेशन के पहले ट्रैक पर एक सर्किट होता है, जिसे ट्रैक सर्किट कहते हैं। यह सिग्नलिंग के लिए होता है। इसे इसलिए बनाया जाता है कि जब ट्रेन पटरी से गुजरती है, तो ऑटोमैटिकली स्टेशन पर लगा सिग्नल ग्रीन हो जाएगा। इससे ट्रेन ड्राइवर को हरी झंडी मिल जाएगी, लेकिन जब सर्किट में कोई फॉल्ट होगा, तो यह सिग्नल रेड हो जाएगा, जिससे ड्राइवर ट्रेन को स्टेशन के पहले रोक देगा। स्टेशन मास्टर काे भी लगेगा कि ट्रैक पर कोई फॉल्ट आ गया है। इसके बाद इसे सुधारने का कार्य किया जाता है। इसमें 15 से 20 मिनट लग जाते हैं।
लुटेरे इसी ट्रैक सर्किट में 5 रुपए का सिक्का फंसाते थे, जिससे स्टेशन पर लगा सिग्नल रेड हो जाता था। ट्रेन ड्राइवर स्टेशन के पहले ही ट्रेन को रोक देता था। इसी दौरान बदमाश ट्रेन में सवार होकर वारदात को अंजाम देकर भाग जाते थे।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
रेलवे के आउटर में सिलसिलेवार हो रही वारदातों के बाद आरपीएफ और जीआरपी को घटनास्थल के आसपास कुछ चार पहिया गाड़ी होने के सबूत मिले थे। पुलिस द्वारा कई टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज फुटेज खंगाले गए। इसमें कार का नंबर HR-20 A -2288 दिखा। इस नंबर के गाड़ी के फास्टैग की जांच की गई। इस फास्टैग का इंडस्ट्रियल बैंक का होने का पता चला। निकला। इस कार का ट्रैक कार्ड ट्रैक रिकॉर्ड हर वारदात के आसपास और राजस्थान, गुजरात, औरंगाबाद वाली घटनाओं के दिन का मिला। फास्टैग के माध्यम से रेलवे पुलिस ने उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर ट्रैक किया, जिस नंबर पर फास्टैग रजिस्टर्ड था। फास्टैग का रजिस्ट्रेशन दीपक नाम के व्यक्ति का मिला, उसका नंबर फतेहाबाद हरियाणा का था। घटना में आरोपी दीपक गाड़ी को चलाता था। वहीं, बाकी साथी, सोनी वाल्मीकि, राहुल वाल्मीकि और छोटू ट्रेनों में चढ़ कर वारदात को अंजाम देते थे।
इनमें से गैंग का सरगना राहुल रेल कर्मचारी का बेटा है। इसी के चलते पांच के सिक्के से ट्रेन रोकने की तकनीक राहुल वाफिक है।
एक महीने में लूट की 7 वारदातों को दिया अंजाम
जून में बदमाशों ने 7 ट्रेनों में वारदातें की हैं। इनमें 18 जून को बीकानेर-दादर रणपुर एक्सप्रेस में आबू के पास, 19 जून को अवंतिका एक्सप्रेस अजमेर-मैसूर एक्सप्रेस में भरुच (गुजरात) के पास, 20 जून को बांद्रा-भुज एक्सप्रेस में वापी (गुजरात) के पास, 25 जून को पोरबंदर-हावड़ा एक्सप्रेस नंदुरबार (महाराष्ट्र) के पास, 26 जून को मध्य प्रदेश के मक्सी के पास जयपुर-हैदराबाद एक्सप्रेस तथा 27 जून को जयपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में कोटा के पास लूट की वारदातें शामिल हैं।
जयपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस आरोपियों ने रांवठा रोड स्टेशन के पास ट्रेन रोककर 10 लाख के जेवर चुराए थे।
प्रोडक्शन वारंट पर करेंगे गिरफ्तार
जयपुर सिकंदराबाद ट्रेन में लूट के आरोपियों के गिरफ्तार होने की जानकारी मिली है। पूछताछ के बाद आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया जाएगा।
– कल्पना सोलंकी, उपाधीक्षक जीआरपी कोटा