ऑनलाइन पढ़ाई में भी स्कूल जैसी सख्ती

ऑनलाइन पढ़ाई में भी स्कूल जैसी सख्ती। अजमेर की सोफिया स्कूल की छात्राओं को घर पर भी स्कूल यूनिफार्म पहननी पड़ेगी। कैमरा भी चालू रखना होगा।
अब यूनिफार्म खरीदने की मजबूरी।
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कोरोना काल में सरकार भले ही बच्चों को बिना परीक्षा दिए ही अगली कक्षा में पदोन्नत कर रही हो, लेकिन अनेक स्कूल ऑनलाइन स्टडी में भी सख्ती बरत रहे हैं। अजमेर के सोफिया स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर एर्लिन ने दो जुलाई को एक नोटिस जारी किया है। सभी स्टूडेंट और पेरेंट को निर्देश दिए गए है कि ऑनलाइन स्टडी के समय स्कूल यूनिफार्म पहनना अनिवार्य है। जिन स्टूडेंट ने अभी तक यूनिफार्म नहीं खरीदी है वे 10 जुलाई तक व्यवस्था कर लें। क्लास शुरू होने से पहले नोटबुक, बुक आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। यदि स्टूडेंट के पास में व्यवस्था नहीं होगी तो उसे ऑनलाइन क्लास में नहीं बैठने दिया जाएगा। नोटिस में यह भी हिदायत दी गई है कि क्लास के समय कैमरा ऑन रखा जाए। यानी अब पेरेंट्स को अपनी बच्चियों के लिए निर्धारित दुकान से यूनिफार्म खरीदना जरूरी हो गया है। अनेक पेरेंट्स को उम्मीद थी कि जब स्कूल खुलेंगे तभी यूनिफार्म खरीदेंगे, लेकिन अब स्कूल खुले बगैर ही यूनिफार्म खरीदनी होगी। कोरोना काल में अनेक पेरेंट्स आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फीस तो जमा करवानी ही पड़ रही हे, लेकिन स्कूल खुले बिना ही यूनिफार्म भी खरीदनी पड़ रही है। सरकार ने भले ही कोरोना काल में स्कूलों को बंद कर रखा हो, लेकिन प्राइवेट स्कूल वाले अपने स्टूडेंट के साथ क्लासरूप जैसा बर्ताव कर रहे हैं। वहीं कुछ पेरेंट्स का मानना है कि सोफिया स्कूल ही यह पहल अच्छी हैं। बच्चे यदि यूनिफार्म पहन कर ऑनलाइन क्लास में स्टडी करेंगे तो यह स्टूडेंट के लिए ही फायदेमंद है। स्कूल बंद होने से बच्चों को पहले ही काफी नुकसान हो रहा है। यदि बच्चे पढ़ाई में कमजोर रहेंगे तो फिर प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता नहीं मिलेगी।
पेरेंट्स सोफिया जैसी स्कूल में इसलिए प्रवेश दिलवाते हैं ताकि बच्चे होशियार बन सके।
ऑनलाइन पढ़ाई में भी स्कूल जैसी सख्ती