प्रशासन ने रुकवाया अवैध होटल का निर्माण का

प्रशासन ने रुकवाया अवैध होटल का निर्माण का

सवाई माधोपुर 22 दिसम्बर 2020

सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क की परिधि के आस पास होटल लाबी एवं भूमाफियाओं का खुला खेल रुकने का नाम नही ले रहा है । कई होटल तो रणथंभौर नेशनल पार्क की परिधि के बिल्कुल नजदीक बनी हुई है । तो वही कई होटलों का निर्माण चल है । शिकायत मिलने के बाद ऐसी ही दो होटलो का निर्माण कार्य प्रशासन द्वारा खिलचीपुर में रुकवाया गया है ।

वीओ-रणथंभौर नेशनल पार्क की परिधि में होटल लॉबी एंव भू माफियाओं का चल रहा खुला खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो दर्जन से अधिक होटल रणथंभौर नेशनल पार्क की परिधि के आस पास या उससे जुड़ी हुई बन चुकी हैं । जबकि वन विभाग के नियमानुसार रणथंभौर नेशनल पार्क की सीमा से एक किलोमीटर के दायरे में किसी भी तरह का कोई निर्माण नहीं किया जा सकता । वहीं दूसरी ओर सीमा से मात्र 10 मीटर की दूरी पर भी कई होटल बनकर खड़ी हो चुकी हैं ।वन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते होटल लॉबी ऐसे कारनामे करने में नहीं चुकती । ऐसे ही मामले में एसडीएम कपिल शर्मा के निर्देश पर राजस्व विभाग एवं यूआईटी की टीम ने कार्यवाही करते हुए खिलचीपुर में अवैध रूप से निर्माणाधीन दो होटलो के निर्माण कार्य को रुकवा दिया है । एसडीएम कपिल शर्मा से मिली जानकारी अनुसार खिलचीपुर के खसरा नंबर 4697 में दो खातेदार एक हिस्से में दिव्या खाण्डल पत्नी धर्मेंद्र खांडल एवं दूसरे हिस्से में पूनम सिंह पत्नी आदित्य सिंह द्वारा बिना स्वीकृति कृषि भूमि में अवैध तरीके से होटल निर्माण का कार्य किया जा रहा था शिकायत मिलने के बाद मौके पर तहसीलदार प्रीति मीणा एवं भूलेख निरीक्षक, नगर विकास न्यास की टीम ने स्वीकृत निर्माण के दस्तावेज मांगे तो खातेदार कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। वही दूसरे हिस्से में पूनम सिंह पत्नी आदित्य सिंह द्वारा भी होटली निमार्ण का कार्य कराया जा रहा था । लेकिन कोई दस्तावेज पेश नही कर पाये। वही
खसरा नंबर से लगी हुई चरागाह भूमि पर भी इनके द्वारा मिट्टी के ढेर लगा दिए गए है । जॉच टीम ने अवैध रूप से किये का रहे होटल निर्माण को तुरंत प्रभाव से रुकवा दिया है और दोनों निमार्णाधीन होटलो के गेट पर सरकारी ताला जड़ दिया है ।चरागाह भूमि मे लगाये गये मिटटी के ढेर को 5 दिन के अंदर हटाने के लिए पाबंद किया गया है। प्रशासन द्वारा अवैध रूप से बनाई जा रही होटलों पर कार्यवाही करने से भूमाफियाओं व होटल लॉबी में हड़कम्प मचा हुआ है । रणथंभौन नेशनल पार्क के आस पास बनी होटलों में कुछ होटल तो केवल फार्म हाउस के नाम से ही है । और बिना स्वीकृत के ही खड़ी कर दी गयी है। जबकि होटल निमार्ण् के लिए वन विभाग से एनओसी लेना अनिवार्य है। पैसे के बल पर होटल माफिया वन विभाग के अधिकारियेां को अपने ईशारो पर नचाते है। जबकि कोई गरीब अपना आशियाना बनाना चाहे तो वन विभाग के अधिकारी तोडफोड कर देते है । लेकिन बिना इजाजत बन रही ऐसी अवैध होटलें वन विभाग के अधिकारियों की सांठ गाठ होने का पुख्ता प्रमाण है।

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