चार साल तक पूरा होगा ट्रेेनों की रफ्तार बढ़ाने का प्रोजेक्ट दिल्ली -मुंबई रेलमार्ग,राष्ट्रीय रेल योजना में शामिल किया-गंगापुर सिटी

चार साल तक पूरा होगा ट्रेेनों की रफ्तार बढ़ाने का प्रोजेक्ट दिल्ली -मुंबई रेलमार्ग,राष्ट्रीय रेल योजना में शामिल किया-गंगापुर सिटी

दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे करने की योजना बर्ष 2024 तक पूरी होने की संभावना है।इसे हाल ही राष्ट्रीय रेल योजना की प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है। रेल मंत्रालय ने गत 18 दिसंबर को ही इसका मसौदा जारी किया है। रेल मंत्रालय ने रेलवे की क्षमता संबंधित कमियों को दूर करने और देश के माल ढुलाई इको सिस्टम में अपनी औसत हिस्सेदारी को बढ़ाने के प्रयास के तहत राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की है।
;इसे दीर्घकालिक योजना को इंम्फ्रास्ट्रक्चर संबंधित क्षमता बढ़ाने और रेलवे की व्यापार में औसत हिस्सेदारी में वृद्धि करने की रणनीतियों के लिहाज से तैयार किया गया है।राष्ट्रीय रेल योजना रेलवे की भविष्य की सभी अवसंरचनात्मक,व्यवसाय और वित्तीय योजना के लिए एक साझा मंच होगी। इस योजना के मसौदे पर विभिन्न मंत्रालयों से भी परामर्श लिया जा रहा है।
 रेलवे ने इस योजना को जनवरी 2021 तक अंतिम रुप देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना का उद्देश्य 2030 तक ऐसी क्षमता का निर्माण करना है जो मांग से अधिक रहे तथा 2050 तक ऐसी क्षमता का निर्माण है जों मांग से अधिक रहे तथा 2050 तक की मांग में वृद्धि संबंधी जरुरतों को पूरा करे। इसका लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन को कम करने और 2030 तक माल ढुलाई में रेलवे की औसत हिस्सेदारी वर्तमान के 27 प्रतिमशत से बढ़ाकर 45 प्रतिशत करना है।
कोचों की रफ्तार परीक्षण जारी
कोटा रेल मंडल में एलएचबी कोचों की रफ्तार का परीक्षण जारी है। इसके तहत मंगलवार को भी नए कोचों की ट्रायल में आरडीएसओ  की टीम जुड़ी रही। यह ट्रायल 6 जनवरी 2021 तक चलेगा। ट्रायल के लिए लखनऊ से आकर आरडीएसओ की टीम पिछले एक सप्ताह से कोटा मंडल में कैप कर रही है।
बढ़ेगी माल गाडिय़ों की रफ्तार
माल गाडिय़ों की औसत गति को वर्तमान के 22 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 50 किलोमीटर प्रति घंटा करके माल ढुलाई के समय में कमी लाना। रेल परिवहन की कुल लागत को लगभग 30 प्रतिशत कम करने पर भी जोर दिया जाएगा। भारतीय रेल मार्ग के मानचित्र के परिपेक्ष्य में मांग में वृद्धि का आकलन करना और भविष्य में नेटवर्क की क्षमता में वृद्धि करना भी प्राथमिकता में शामिल किया गया है।
सौ फीसदी विद्युतीकरण लक्षय
राष्ट्रीय रेल योजना के तहत वर्ष 2024 तक कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं जैसे 100 प्रतिशत विद्युतीकरण,भीड़भाड़ वाले मार्गों की मल्टी ट्रैकिंग दिल्ली हावड़ा और दिल्ली-मुंबई मार्ग पर गति को 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।