एआईआरएफ के अध्यक्ष रखाल दास गुप्ता का आकस्मिक निधन

एआईआरएफ के अध्यक्ष रखाल दास गुप्ता का आकस्मिक निधन

कर्मचारियों में शोक की लहर

वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन कार्यालय पर यूनियन झंडा आधा झुकाया एवं अपने लाडले नेता को दी श्रद्धांजलि

गंगापुर सिटी 23 नवंबर ! ऑल इंडिया रेलवे मेंन्स फेडरेशन के अध्यक्ष कॉमरेड रखाल दास गुप्ता का 89 वर्ष की आयु में लम्बी बीमारी के बाद दिनाक 21 दिसम्बर की रात को निधन हो गया। फेडरेशन से संलग्न वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन कार्यालय में आज रेल कर्मचारियों के लाडले नेता रखलदास को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया गया। श्रृद्धांजली सभा को संबोधित करते हुये यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन मंडल सह सचिव श्री विकास शर्मा राजू लाल गुर्जर राजेश चौहान हरिप्रसाद मीणा शशि शर्मा गजानंद शर्मा आदि ने कहा कि उमरेड रखा दासगुप्ता ने अपनी अंतिम सांस तक रेल कर्मचारियों के लिए एवं मजदूर आंदोलन के लिए सतत संघर्ष किया है वह मजदूर आंदोलन में आदर्श पुरुष के रूप में जाने जाते रहेंगे।इस अवसर पर उपस्थित दर्जनों रेल कर्मचारियों ने 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि आईआरएफ के निर्देशानुसार अभी संलग्न यूनियनें तीन दिन का शोकरखा है तथा इस दौरान मुख्यालय समेत सभी यूनियन के दफ्तरों में झंडा आधा झुका रहेगा।
नरेंद्र जैन ने बताया कि बताया कि एआईआरएफ के अध्यक्ष तथा एनएफ रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री कॉमरेड रखाल दास गुप्ता काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे, इस दौरान उन्हें इलाज के लिए चेन्नई भी ले जाया गया थाए बाद में उन्हें गुवाहाटी के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गयाए स्वास्थ्य में कुछ सुधार होने के बाद दादा को गुवाहाटी में रेलवे के सेंट्रल हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। गंभीर रूप से बीमार चल रहे रखाल दादा का इलाज देश के तमाम बड़े डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा था, दिनांक 21 दिसम्बर को उन्हें सांस लेने में तकलीफ के बाद गुवाहाटी के अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों के काफी प्रयास के बाद भी बचाया नही जा सका !
श्री जैन ने कहा कि रखाल दादा के न रहने से फेडरेशन/यूनियन को एक बड़ा झटका लगा हैए उनके निधन से रिक्त स्थान की भरपाई संभव नही है।। एआईआरएफ से सम्बद्ध सभी यूनियन के सभी कार्यालय में तीन दिन तक यूनियन का झंडा आधा झुका रहेगा ! दादा अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र व पुत्रवधु छोड़ गए है।