जनसंपर्क सेवा के संयुक्त निदेशक बने महेश शर्मा ने अपने ही पिता की बराबरी की।

जनसंपर्क सेवा के संयुक्त निदेशक बने महेश शर्मा ने अपने ही पिता की बराबरी की।
पिता मदन शर्मा मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडिय़ा, हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और भैरो सिंह शेखावत के प्रेस अटैची रहे।
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राजस्थान के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रेस अटैची (मुख्यमंत्री का मीडिया अधिकारी) मदन शर्मा आज यदि जीवित होते तो सबसे ज्यादा खुश होते, क्योंकि 10 अगस्त को उनके पुत्र महेश शर्मा ने जयपुर में जनसंपर्क निदेशालय में संयुक्त निदेशक (प्रशासन) का पद संभाल लिया है। महेश शर्मा की उपनिदेशक के पद से पदोन्नति हुई। पिता मदन शर्मा भी इसी पद से 1997 में सेवा निवृत्त हुए थे। एक पुत्र जब बराबरी करता है तो सबसे ज्यादा खुशी पिता को ही होती है। आज भले ही शरीर से मदन शर्मा इस संसार में न हो, लेकिन उनकी आत्मा गौरवान्वित हो रही होगी। अजमेर जिले के ब्यावर उपखंड के निवासी मदन शर्मा का निधन 2013 में हुआ। पत्रकारिता से जुड़े लोग जानते हैं कि जब मदन शर्मा मुख्यमंत्री के मीडिया अधिकारी (प्रेस अटैची) थे, तब संचार के इतने साधन नहीं थे। साधनों के अभाव में ही मदन शर्मा ने जगन्नाथ पहाडिय़ा, हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर और भैरो सिंह शेखावत जैसे मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। वो वह दौर था, जब अखबारों में प्रेस नोट लेकर जाना पड़ता था। फोटो और वीडियो भी बसों में भेजे जाते थे। पुत्र महेश शर्मा तब संयुक्त निदेशक बने है, जब मुख्यमंत्री की खबरें हाथों हाथ सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रही है तथा अखबार वाले भी सोशल मीडिया से खबरें ले रहे हैं। महेश शर्मा भी अपने पिता की तरह सद्व्यवहार के अधिकारी हैं। शर्मा अजमेर, उदयपुर, राजसमंद आदि के जिला स्तरीय सूचना केन्द्रों पर काम कर चुके हैं। महेश शर्मा ने अपनी काबिलियत से ही जनसंपर्क सेवा में पदोन्नति प्राप्त की है। महेश शर्मा अब नवम्बर 2023 में सेवानिवृत्त होंगे। शर्मा निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक भी बन सकते हैं। सद्व्यवहार के कारण ही प्रदेशभर के पत्रकारों में महेश शर्मा लोकप्रिय हैं। मोबाइल नम्बर 9414173676 पर महेश शर्मा को बधाई दी जा सकती है।