पागल कुत्तो के हमले से 20 जनों को किया घायल,सामान्य चिकिेत्सालय में पहुंचे पीडि़त-गंगापुर सिटी

पागल कुत्तो के हमले से 20 जनों को किया घायल,सामान्य चिकिेत्सालय में पहुंचे पीडि़त-गंगापुर सिटी

समीपवर्ती मोतीपुरा,अरनिया,सलारपुर, मालियों की ढाणी सहित कई दो अन्य गांवों में गुरुवार रात एक पागल कुत्ते ने लगभग दो दर्जन ग्रामीणों को काटकर उन्हें जख्मी कर दिया। इस दौरान सभी घायलों को ग्रामीणों ने राजकीय सामान्य चिकित्सालय में पहुंचाया गया। जहां उन्हें कुत्ते काटने के इजेक्शन लगाकर प्रथमिक उपचार के बाद इन सभी को घर भेज दिया गया। दर्शन सिंह गुर्जर मोतीपुरा ने बताया कि एक पागल कुत्ता एवं कुत्तिया ने खेत खलियानओं में जुटे हुए कई किसान एवं मंदिरों को जा रहे थे। इस दौरान 20 जनों घायल हो गए। कुत्ते के हमले से घबराकर गांव में माहौल भयभीत हो गया। बाद में सभी घायलों को लेकर के सामान्य चिकित्सालय पहुंच गए सामान्य चिकित्सालय में घायल एवं परिजनों भीड़ लग गई। बाद में चिकित्सक डॉ. नीलमणी गुप्ता एवं कंपाउंडर की टीम ने सभी को इंजेक्शन लगवाया गया।
कुत्ते का 15 सो रुपए का लगता इंजेक्शन…
पागल कुत्ते के काटने पर एक इंजेक्शन करीबन डेढ़ हजार रुपए का लगता है एकाएक घायलों की संख्या बढ़ी देख अस्पताल में इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने पर चिकित्सक घबरा गए। युवा भाजपा नेता दर्शन सिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि  कंपाडर ने बाहर से पर्ची बनाकर इंजेक्शन लाने को कहा। उन्होंने मौके पर पीएमओ दिनेश चंद गुप्ता से दूरभाष पर वार्ता की और कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के किसान हैं। एक किसान के लिए डेढ़ हजार रुपए काफी होता है। कई परिवार ऐसे हैं जिसमें पांच पांच घायल हुए है। पीएमओ ने तुरंत चिकित्सकों को निर्देश देते हुए स्टोरेज से 18 इंजेक्शन उपलब्ध करवाएं जिसके बाद सभी का इलाज हो सका। बाद में घायल मरीजों एवं ग्रामीणों ने सभी चिकित्सकों का आभार जताया,
पागल कुत्ते के हमले में10 महिला,सात बड़े बुजुर्ग एवं तीन बच्चे हुए घायल कई महिला एवं बुजुर्ग गंभीर रूप से चोटिल हो गए उन्हें पट्टी की गई एवं सुबह शुक्रवार को फिर से सामान्य चिकित्सालय में इलाज किया जाएगा….
गांव में भय का माहौल..
पागल कुत्ते के एकाएक हुए हमले से आसपास के कई गांवों में खबर फैलने से भय का माहौल बना हुआ है ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से पागल कुत्ते को पकड़ कर बाहर छोड़ने की मांग की है। हालांकि अभी तक पागल कुत्ता इधर-उधर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया है।