राज्य में कोयले की उपलब्धता में सुधार, फिर भी आवश्यकता से कम एनर्जी एक्सचेंज से विद्युत क्रय कर कमी को किया जा रहा है पूरा,  बिजली की कोई कटौती नही

राज्य में कोयले की उपलब्धता में सुधार, फिर भी आवश्यकता से कम एनर्जी एक्सचेंज से विद्युत क्रय कर कमी को किया जा रहा है पूरा, बिजली की कोई कटौती नही

जयपुर 02 सितम्बर। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से प्रदेश के विद्युतगृृहों हेतु कोयले की आवक गत दिनों में काफी बढी है फिर भी प्रदेश में विद्युत की मांग को देखते हुए प्रतिदिन 17 कोल रेक की आवश्यकता के स्थान पर बुधवार को कोल इंडिया एवं पीकेसीएल से 13 कोल रेक विद्युतगृृहों को उपलब्ध हुए है। कोल इंडिया द्वारा बुधवार को 4 कोल रेक व पीकेसीएल द्वारा 9 कोल रेक उपलब्ध करवाए गए एवं कोल इंडिया द्वारा 8 कोल रेक प्रतिदिन आपूर्ति करने का आश्वासन दिया हैं।
प्रदेश में बुधवार को अधिकतम बिजली की मांग 11637 मेगावाट व खपत 2444.60 लाख यूनिट दर्ज हुई है। विद्युत की कमी को पूरा करने के लिये एनर्जी एक्सचेन्ज से 12.72 प्रतिशत विद्युत क्रय की गई एवं बिजली की कोई कटौती भी नहीं की गई हैै।
 राज्य की विद्युत उत्पादन इकाईयों में 1 से 2 दिन का कोयला उपलब्ध है। आगामी मांग को देखते हुये सूरतगढ़ की 7 वीं इकाई एवं कोटा की प्रथम व द्वितीय इकाई को भी चालू कर दिया गया है। अभी भी कालीसिंध की 01 इकाई, अडानी की 01 इकाई एवं सूरतगढ़ की 06 इकाईयां कोयले की कमी से बन्द है।
राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश, गुजरात, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश में भी कोयले की कमी से विद्युत उत्पादन प्रभावित हो रहा है।