जब चार लाख परीक्षार्थियों के बोझ से ही हाफ गईं राजस्थान रोडवेज की बसें तो 26 लाख रीट परीक्षार्थियों का बोझ कैसे उठाएगी?

जब चार लाख परीक्षार्थियों के बोझ से ही हाफ गईं राजस्थान रोडवेज की बसें तो 26 लाख रीट परीक्षार्थियों का बोझ कैसे उठाएगी?
प्रदेशभर में 26 सितंबर को एक ही दिन में होनी है रीट की परीक्षा। रोडवेज के एमडी सुमित वर्मा ने मुख्य सचिव के समक्ष उठाया मुद्दा।
अजमेर स्थित शिक्षा बोर्ड के मुख्यालय में रखी जाएगी परीक्षार्थियों की ओएमआर सीट। एसपी जगदीश चंद शर्मा ने सुरक्षा के निर्देश दिए।
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राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस ने निर्णय लिया है कि प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने के लिए परीक्षार्थी रोडवेज की बसों में नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे। अभ्यर्थियों को परीक्षा का प्रवेश पत्र बस के कंडक्टर को दिखाना होगा। लॉकडाउन हटने के बाद अब प्रदेशभर में परीक्षाएं शुरू हो गई है। 13 से 15 सितंबर के बीच पुलिस के सब इंस्पेक्टर की परीक्षा प्रदेशभर के परीक्षा केंद्रों पर हुई। परीक्षार्थियों ने सरकार की घोषणा का जमकर फायदा उठाया, लेकिन रोडवेज की बसें हांफ गई। परीक्षा केंद्र वाले शहरों के बस स्टैंडों पर परीक्षार्थियों की जबरदस्त भीड़ रही। जिन परीक्षार्थी बस के अंदर थे उससे ज्यादा बस की छत पर सवार थे। सब इंस्पेक्टर बनने वाले युवा बस पर लटकते भी देखे गए। सब इंस्पेक्टर के कोई 900 पदों के लिए 8 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन तीन लाख 84 हजार अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी। यानी आधे अभ्यर्थी परीक्षा देने ही नहीं आए। सवाल उठता है कि जब चार लाख परीक्षार्थियों का बोझ रोडवेज की बसें नहीं उठा सकी तो फिर रीट परीक्षा (राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता) के 26 लाख परीक्षार्थियों का बोझ कैसे उठाएगी? सब इंस्पेक्टर की परीक्षा तो तीन दिन में संपन्न हुई थी, जबकि रीट की परीक्षा 26 सितंबर को एक ही दिन में होगी। परीक्षा आयोजित करने वाले राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का अनुमान है कि परीक्षा में 90 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी। यानी 26 लाख अभ्यर्थियों में से करीब 23 लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। विवाहित लड़कियों को छोड़कर सभी अभ्यर्थियों की परीक्षा दूसरे जिलों में रखी गई है। यानी लाखों परीक्षार्थी एक-दूसरे जिले के बीच सफर करेंगे। स्वाभाविक है कि परीक्षार्थी फ्री में रोडवेज की बस में सफर करना चाहिए। 15 सितंबर को रीट परीक्षा के इंतजामों को लेकर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने प्रदेशभर के जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से वीसी के जरिए संवाद किया। इस वीसी में रोडवेज के एमडी सुमित वर्मा ने बसों की संख्या का मुद्दा उठाया। वर्मा ने कहा कि सब इंस्पेक्टर की परीक्षा को लेकर अतिरिक्त बसें चलाई गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी परीक्षार्थियों को बसों की छतों पर बैठना पड़ा। उन्होंने कहा कि 26 सितंबर को तो 26 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा होनी है। ऐसे में रोडवेज प्रबंधन को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। रोडवेज प्रशासन की समस्या को वाजिद बताते हुए मुख्य सचिव आर्य ने कहा कि समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
एसपी ने दिए सुरक्षा के निर्देश:
रीट परीक्षा आयोजित करने वाले राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय अजमेर में है। अजमेर के पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद शर्मा ने बताया कि परीक्षा समाप्त होने के बाद प्रदेशभर से ओएमआर शीट अजमेर में आएगी। यानी परीक्षा के बाद रात भर वाहनों का बोर्ड मुख्यालय पर आना जाना लगा रहेगा। चूंकि सभी ओएमआर शीट बोर्ड मुख्यालय में रखी जाएंगी, इसलिए पुलिस ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए हैं। एसपी ने बताया कि 26 सितंबर को अजमेर जिले में भी 58 हजार से भी ज्यादा परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। बोर्ड ने इसके लिए 179 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। पुलिस प्रशासन का प्रयास है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर पुरुष और महिला कांस्टेबल उपलब्ध रहें। परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। रीट की परीक्षा दो पारियों में होगी। पहली पारी प्रात: 10 से दोपहर 12:30 बजे तक तथा दूसरी पारी दोपहर 2:30 से सायं 5 बजे तक होगी। अकेले अजमेर शहर में 40 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत हुए हैं। परीक्षार्थियों की भीड़ को देखते हुए रोडवेज बस स्टैंड पर भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे।