लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग में वर्चुअल बैठक

लंबित प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग में वर्चुअल बैठक
पिछले 7 दिन में कई मेडिकल कॉलेजों ने निस्तारित किए 100 प्रतिशत तक लंबित प्रकरण
जयपुर, 20 सितंबर। चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में सोमवार को राजस्थान संपर्क तथा हेल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज लंबित प्रकरणों पर विचार के लिए वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा शिक्षा आयुक्त श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार ने निर्देश दिए कि सभी लंबित प्रकरणों को 7 दिन के अंदर निस्तारित कर दिया जाए तथा आगे भी ज़ीरो पेंडेंसी के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवाएं सीधे आमजन से जुड़ी हैं। इसलिए आमजन को राहत पहुंचाने के लिए शिकायतों का शीघ्रतिशीघ्र निस्तारण किया जाना आवश्यक है।
चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेजों द्वारा लंबित प्रकरणों के निस्तारण में पिछले 7 दिन की प्रगति पर संतोष जताते हुए उनकी सराहना की।
उल्लेखनीय है कि भरतपुर और सीकर मेडिकल कॉलेजों ने सोमवार दोपहर तक सभी लंबित प्रकरणों को निस्तारित कर दिया है। जबकि भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज ने 8 में से 6, डूंगरपुर ने 3 में से 2, पाली ने लंबित 2 प्रकरणों में से एक का निस्तारण कर दिया है। इसी तरह पिछले 7 दिन में डॉ. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज, जोधपुर ने 20 तथा बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज ने 61 में से 45 प्रकरणों को निस्तारित कर दिया है।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्री गौरव चतुर्वेदी ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्य स्तर पर लंबित प्रकरणों की मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि आमजन को राहत पहुंचाने और प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के लिए आवश्यक हो तो निदेशालय स्तर के अधिकारियों की सहायता भी बेहिचक लें।
बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य एवं नियंत्रक भी वर्चुअली उपस्थित रहे।