आजादी के 75वें साल को बनाएंगे यादगार, 75 औद्योगिक क्षेत्र करेंगे विकसित -उद्योग मंत्री

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वाणिज्य उत्सव का आयोजन
आजादी के 75वें साल को बनाएंगे यादगार, 75 औद्योगिक क्षेत्र करेंगे विकसित
-उद्योग मंत्री
जयपुर, 21 सितम्बर। देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है जिसके तहत देश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहें हैं। इस महोत्सव को यादगार बनाने के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग भी एक साथ 75 औद्योगिक क्षेत्रों का शिलान्यास करेगा। उद्योग मंत्री श्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को जवाहर कला केंद्र में आयोजित वाणिज्य उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही। श्री मीणा ने कहा कि राज्य सरकार उपखंड स्तर पर औद्योगिक गतिविधियों को ले जाने के लिए कार्य कर रही है ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित हो सकें।
श्री मीणा ने कहा कि विभाग द्वारा राज्य से निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मिशन निर्यातक बनो प्रारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत लोगों को निर्यात से जुड़ी गतिविधियों के बारे में जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्यात लाइसेंस जारी कराने में भी मदद की जा रही है ताकि निर्यात के क्षेत्र में अधिक से अधिक लोग आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा फोकस है कि प्रदेश में उद्योग का वातावरण बनें, अधिक से अधिक उद्योगों की स्थापना हो, निर्यात बढ़े और युवाओं को रोजगार मिले। इस दौरान उद्योग मंत्री ने ईपीसीएच की ओर से लगाई गई हैंडीक्राफ्ट उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
श्रेष्ठ उत्पादों से बनेगी श्रेष्ठ भारत की तस्वीर -मुख्य सचिव
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि निर्यात के द्वारा केवल वाणिज्य से जुड़ी गतिविधि ही नहीं बल्कि इन उत्पादों से देश की छवि भी जुड़ी होती है। आज प्रोडक्ट के ऊपर प्रोड्यूसर्स का नाम हावी हो गया है। उत्पाद खरीदने से पहले यह देखा जाता है कि इसका उत्पादक कौन है। इसलिए लगातार उच्च गुणवत्ता के उत्पादों के निर्यात से श्रेष्ठ भारत की तस्वीर बनेगी। उन्होंने कहा कि हमें भारत की ऎसी छवि का निर्माण करना है ताकि लोग आंख बंद कर मेड इन इंडिया उत्पादों पर भरोसा करें।
श्री आर्य ने कहा कि राजस्थान में बहुतयात में फैली संपदा और निर्यात की संभावनाओं को सरकार की मदद से नई ऊंचाईयां दिए जाने के प्रयास किए जा रहें हैं। इस कड़ी में मिशन निर्यातक बनो एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे निर्यात करने में आने वाली उलझनों को समाप्त कर प्रक्रिया को इतना आसान बना दिया है कि एक सामान्य कारीगर भी अपने उत्पादों को विदेश भेज सकता है।
निर्यातक बनने की प्रक्रिया हुई आसान -रीको, एमडी
उद्योग एवं वाणिज्य शासन सचिव और रीको के प्रबंध निदेशक श्री आशुतोष ए. टी. पेडणेकर ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत निर्यात गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वाणिज्य सप्ताह का आयोजन देश भर में किया जा रहा है। हालांकि राजस्थान ने बहुत पहले से इसके प्रयास आंरभ कर दिए थे और मिशन ’’निर्यातक बनो’’ लांच किया था। उन्होंने कहा कि इस मिशन के सकारात्मक परिणाम आ रहें हैं। लोगों के लिए निर्यातक बनने की राह आसान हुई है। उन्होंने कहा कि इस मिशन के तहत यह समझाने का प्रयास किया जा रहा कि किसी उत्पाद को दूसरे देश में भेजना उतना ही आसान है जितना कि देश के किसी अन्य राज्य में भेजना।
उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश का सकारात्मक महौल बना है। रिप्स- 2019 राज्य में अप्रत्याशित निवेश आकर्षित करने में सफल रही है। योजना में अब तक लगभग एक लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। रीको के द्वारा रिकॉर्ड प्लाटों की बिक्री भी यही संकेत देती है कि निवेशक राज्य में निवेश करना चाहते हैं।
विदेश व्यापर के संयुक्त महानिदेशक श्री चंद्रकांत मिश्रा ने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा संचालित मिशन निर्यातक बनो के बाद नए आईईसी कोड़ लेने वालों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि यह शायद देश का पहला ऎसा मिशन है जिसके तहत सरकार स्वयं कह रही है कि आप निर्यातक बनों हम आपकी मदद करेंगे। इस दौरान उन्होंने निर्यात से संबंधित केंद्र सरकार की योजनाओं की भी जानकारी दी।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे इस आयोजन में महानिदेशक विदेश व्यापार, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद, ऊन उद्योग निर्यात संवर्धन परिषद, फैडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन सहयोगी संस्थान के रुप में शामिल है। वाणिज्य उत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में श्री लेखराज माहेश्वरी, श्री के. के. शर्मा सहित उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।