अवैध और नकली बायोडीजल पर नियंत्रण आवश्यक -मुख्य सचिव

अवैध और नकली बायोडीजल पर नियंत्रण आवश्यक
-मुख्य सचिव
जयपुर, 24 सितम्बर। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने कहा कि प्रदेश में डीजल के नाम पर बिक्री होने वाले नकली या अवैध बायोडीजल पर नियंत्रण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नकली व अवैध बायोडीजल से मानव स्वास्थ्य को खतरा होने के साथ-साथ राज्य सरकार को राजस्व की हानि होती है। साथ ही अवैध व्यापार से जुड़े अपराधों में भी वृद्धि होती है। इसलिए बायोडीजल के नाम पर बेचे जा रहे नकली डीजल पर नियंत्रण किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव शुक्रवार को शासन सचिवालय में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
श्री आर्य ने निर्देश दिए कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, ग्रामीण विकास विभाग एवं अन्य विभागों के समन्वय से अवैध और नकली बायोडीजल की समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।
बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि प्रदेश में 11 बायोडीजल निर्माता और 57 बायोडीजल रिटेल आउटलेट पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि अनाधिकृत पंपों पर बायोडीजल के नाम पर बेस ऑयल, एम.टी.ओ. या पेराफिन की बिक्री की जाती है। इसके अलावा पड़ोसी राज्यों से प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में डीजल की अवैध तस्करी और खरीद की जाती है। इस पर चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर एवं जैसलमेर में अवैध पंपों को तत्काल बंद करवाने के लिए पत्र जारी किए गए। साथ ही अजमेर, पाली जोधपुर और जयपुर जिलों में अवैध और नकली डीजल बेचने वाले अवैध पंपों के विरूद्ध कार्यवाही की गई।
शासन सचिव ने बताया कि इस संदर्भ में खाद्य विभाग द्वारा कुल 139 प्रकरण दर्ज किए गए और लगभग 5 लाख 64 हजार 157 लीटर अवैध डीजल एवं बायोडीजल जप्त किया गया। साथ ही उपभोक्ता मामले विभाग के विधिक माप विज्ञान प्रकोष्ठ द्वारा राज्य में विभिन्न तेल कंपनियों के कुल 157 डोर टू डोर बाउज़र पर स्टाम्पिंग की कार्यवाही भी की गई।
श्री जैन ने बताया कि राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन, जयपुर द्वारा प्रदेश में संचालित रिटेल बायोडीजल पंपों पर रोक लगाने के संबंध में दिए गए ज्ञापन पर भी बैठक में विस्तृत चर्चा की गई।
ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव श्री के. के. पाठक ने बताया कि बायोडीजल से तात्पर्य बी-100 डीजल से है, जो पूर्णतः जैव ईंधन है। इसके अतिरिक्त बायोडीजल के नाम पर बेचा जाने वाला कोई भी ईंधन नकली बायोडीजल है।
बैठक में गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री अभय कुमार वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित हुए। इस अवसर पर बायोडीजल प्राधिकरण, राजस्थान पेट्रालियम डीलर्स एसोसिएशन जयपुर, इण्डियन ऑयल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन, राजस्थान बायोडीजल निर्माता व डीलर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया।
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