प्रशासन शहरों एवं गावों के संग अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग  की योजनाओं के लाभ उठाने के लिए किये जा सकते हैं आवेदन

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने की जनसुनवाई
प्रशासन शहरों एवं गावों के संग अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग  की योजनाओं के लाभ उठाने के लिए किये जा सकते हैं आवेदन
जयपुर, 28 सितम्बर। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने कहा है कि आमजन को राहत देने की मुख्यमंत्री की भावना के अनुसार आगामी 2 अक्टूबर से शुरु हो रहे प्रशासन शहरों एवं गांवों के संग अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग भी अपनी भूमिका का निर्वहन करेगा। विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आमजन  आवेदन कर सकते हैं।

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने मंगलवार को जयपुर स्थित अपने राजकीय आवास पर जनसुनवाई करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने ने जनसुनवाई में आगंतुकों की परिवेदनाओं का निस्तारण करते हुए बताया कि प्रशासन शहरों एवं गांवों के संग अभियान से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारियों को एक कार्ययोजना बनाकर उसकी पालना सुनिश्चित  करने के लिए निर्देशित किया गया है।
शिविर से एक दिन पूर्व एक टीम शिविर के दौरान कराये जाने वाले कार्यों से संबंधित कागजी कार्यवाही पूर्ण करेगी। उन्होंने बताया कि निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं पूरक पोषाहार ,शालापूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य जांच,पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा तथा सन्दर्भ (रेफरल) सेवाएं जैसी 6 सेवाओं की जानकारी दी है । शिविर में पूरक पोषाहार के लाभार्थियों की सूची का पठन कर सत्यापित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना  (PMMVY) की जानकारी देना, प्रचार प्रसार करने के साथ लाभार्थियों के आवेदन भरवाने एवं करेक्शन  क्यू में लम्बित आवेदनों को निस्तारित किया जाएगा।

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जनजाति जिलें  प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर तथा सहरिया बहुल जिला बांरा में संचालित इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की जानकारी दी जाएगी।

राष्ट्रीय पोषण की गतिविधियों ,कुपोषण तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों  पर वजन निगरानी के संबंध में जानकारी देना तथा कुपोषित एवं अतिकुपोषित तथा अन्य बीमारियों से ग्रस्त बच्चों की पहचान कर उन्हें समुचित उपचार व विभागीय योेजनाओं का लाभ दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
किराये के भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों का चिन्हीकरण कर जमीन आवंटन व पट्टा प्राप्त करने का कार्य किया जाएगा।

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विभाग से संबंधित एनजीओ एवं स्वंयसेवी संस्थाओं की शिविर में सहभागिता होना सुनिश्चित करना तथा उनके कार्यों एवं गतिविधियों के संबंध में आमजन को जानकारी प्रदान की जाएगी।

शिविर के दौरान विभाग के प्रतिनिधि के रूप में बाल परियोजना अधिकारी शिविर की तैयारी हेतु शिविर स्थान पर उपस्थित रहेंगे। शिविर के दौरान निष्पादित कार्यों की सूचना ई-मेल पर दैनिक रूप से भिजवाई जाएगी।