महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में राष्ट्रीय अमृता हाट का फीता काटकर किया उद्घाटन

Description

महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम मेंराष्ट्रीय अमृता हाट का फीता काटकर किया उद्घाटनजयपुर,15 अक्टुबर। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने स्वंय सहायता समुह की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की बिक्री के लिए शुक्रवार को जवाहर कला केन्द्र के शिल्पग्राम में राष्ट्रीय अमृता हाट का फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर उद्घाटन किया। उन्होंने UNFPA की ओर से तैयार किए गए जागरूकता रथों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। तत्पश्चात विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाई गई विभिन्न उत्पादों की स्टाल्स का अवलोकन कर इनके उत्पादों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई।महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती ममता भूपेश ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना के कारण स्वयं सहायता समूह को भी अपने उत्पादों की बिक्री के लिए झूझना पड़ा है, ऎसे में उन्होंने जयपुर वासियों का आह्वान किया कि वे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीदारी कर इनको आर्थिक सम्बल प्रदान करें। इससे इन महिलाओं की मेहनत और हुनर को बढ़ावा मिल सकेगा तथा इन्हें आत्मनिर्भर बनाने में हम सब योगदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जयपुर के लोगों को इस राष्ट्रीय अमृता हाट का वर्षभर इंतज़ार रहता है। त्यौहारी मौसम में यहाँ से घरेलु आवश्यकताओं के सामान एवं हस्तनिर्मित सजावटी और कलात्मक व गुणवत्तापूर्ण सामान की खरीददारी की जा सकती है।राष्ट्रीय अमृता हाट के उद्घाटन कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेहा गुहा ने भी विभिन्न उत्पादों का अवलोकन कर महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। महिला अधिकारिता आयुक्त श्रीमती रश्मि गुप्ता ने बताया कि अमृता हाट में कशीदाकारी, लाख की चूड़ियां, पेपरमेशी आईटम, सलवार सूट, टेराकोटा, कश्मीरी उनी शॉल, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, चिकन एवं ज्वैलरी वर्क, कांच एवं पेच वर्क, सभी के पसंदीदा आचार, मुरब्बा, मसाले एवं अन्य हस्तनिर्मित आकर्षक उत्पाद ग्राहकों को वाजिब दाम में उपलब्ध हैं। 24 अक्टूबर तक चलने वाले राष्ट्रीय अमृता हाट में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 140 स्टाल्स लगाई गई हैं। मेले में आगन्तुकों का प्रवेश निशुल्क है। मेला परिसर में आगन्तुकोें के लिए समोसा, तन्दुरी चाय,भेल-पूरी, चाय-कॉफी, आईसक्रीम अनेक लजीज व्यंजन भी बिक्री हेतु उपलब्ध करवाये गऎ हैं।  —–