एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर सचेत रहना होगा, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं – पशुपालन मंत्री

एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर सचेत रहना होगा, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं – पशुपालन मंत्री
-संभागीय अतिरिक्त निदेशक, विभागीय जिला अधिकारियों एवं मुर्गीपालकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
जयपुर, 6 जनवरी। कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने कहा कि हमें एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर सचेत रहना होगा, लेकिन पेनिक होने की आवश्यकता नहीं है। अधिकारी सतत मॉनिटरिंग करें और मुर्गीपालकों के साथ जिलेवार सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर जरूरी जानकारी शेयर करते रहें।
श्री कटारिया बुधवार को यहां शासन सचिवालय में पशुपालन विभाग के संभागीय अतिरिक्त निदेशक, विभागीय जिला अधिकारियों एवं मुर्गीपालकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर रहे थे।
पशुपालन मंत्री श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के सभी मुर्गीपालकों की सूची अपडेट कर सोशल मीडिया पर ग्रुप बनायें लें और समय-समय पर जरूरी जानकारी शेयर करे रहें। मृत पक्षियाें के सेम्पल लेते समय सावधानी बरतें और पीपीई किट पहनकर ही सेम्पल लें। बीमार मुर्गियों के भी सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजें। सभी जिलों में कंट्रोल रूम की स्थापना करें और रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन करें।
उन्होंने सभी संभाग मुख्यालयों पर क्षेत्रीय पशु रोग निदान केन्द्रों पर आरटीपीसीआर लेब तथा अजमेर में कुक्कुट रोग निदान प्रयोगशाला एवं पशु आहार परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
श्री कटारिया ने मुर्गीपालकों से संवाद करते हुए कहा कि मुर्गियों में कहीं भी संक्रमण के संकेत नहीं मिले हैं। इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि पूरी सावधानी रखें और मुर्गियों में कोई समस्या लगे तो तुरंत पशुपालन विभाग के अधिकारियों, कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0141-2374617 अथवा टोल फ्री नम्बर 181 पर सूचना दें। मुर्गीपालकों ने बताया कि उनके सभी पक्षी स्वस्थ हैं और कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री कुंजीलाल मीणा ने विभागीय जिला अधिकारियों को जिला कलक्टर की अध्यक्षता में उप वन संरक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा नगरीय निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले में एविएन इन्फ्लूएंजा की वस्तुस्थिति एवं बरती जाने वाली सावधानी की जानकारी देने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुर्गीपालकों से कहा कि वह बाड़े की साफ-सफाई रखें और मृत पक्षी दिखने पर कंट्रोल रूम पर सूचित करें।
पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरूषि मलिक ने कहा कि अधिकारी एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर केन्द्र सरकार की 2015 की गाइड लाइन के अनुसार कार्यवाही करें। उन्होंने पक्षियों की मृत्यु एवं भेजे जाने वाले सेम्पल्स की रिपोर्ट रोजाना मुख्यालय प्रेषित करने के निर्देश दिए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पशुपालन विभाग के निदेशक श्री वीरेन्द्र सिंह सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी संभागीय अतिरिक्त निदेशक, विभागीय जिला अधिकारी एवं मुर्गीपालक वीसी से जुड़े हुए थे।