वाणिज्यिक कर विभाग ने संपूर्ण राज्य में मिलावटी बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल के संदेहास्पद प्रतिष्ठानों पर एक साथ की छापेमारी, भारी कर चोरी उजागर होने की संभावना

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वाणिज्यिक कर विभाग ने संपूर्ण राज्य में मिलावटी  बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल के संदेहास्पद प्रतिष्ठानों पर एक साथ की छापेमारी, भारी कर चोरी उजागर होने की संभावनाजयपुर, 23 अक्टूबर। वाणिज्यिक कर विभाग ने बड़ी कार्यवाही करते हुए संपूर्ण राज्य में मिलावटी बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल के करीब 85 संदेहास्पद प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आयुक्त रवि जैन के निर्देशन में लगभग 300 अधिकारियों को सम्मिलित करते हुए करीब 85 टीमों का गठन किया गया।  कार्यवाही के दौरान पीसांगन स्थित एक व्यवसायी से रूपये 1.10 करोड़ राशि तथा भीलवाड़ा में रूपये 33 लाख की राशि की ITC reverse करवायी गयी तथा अन्य स्थान पर राशि की नकद वसूली की जा रही है। जयपुर स्थित एक व्यवसायी द्वारा माल के फर्जी बिल जारी किये जाने सम्बन्धित तथ्य भी प्राप्त हुए हैं, जिनका विभाग के द्वारा परीक्षण किया जा रहा है। मिलावटी बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल की अवैध बिक्री से डीजल की बिक्री में लगातार गिरावट आने लगी थी जिससे वैट का नुकसान होने लगा था। मिलावटी बायो फ्यूल एवं बेस ऑयल की कीमत डीजल की तुलना में 30 से 40 रूपये प्रति लीटर कम आती है। बेस ऑयल वर्तमान में जीएसटी के दायरे में आता है। राज्य के कुछ व्यापारी 18  प्रतिशत जीएसटी पर बेस ऑयल की खरीद कर इसे विक्रय कर रहे थे जिस पर ITC भी क्लेम किया जा रहा था। शुक्रवार देर रात आरंभ हुई यह कार्यवाही शनिवार देर शाम तक जारी रही । आधिकारियों के अनुसार कई स्थानों पर गड़बड़ियां पकड़ में आयी है जिसका आकलन किया जा रहा है। इन व्यवसायियों को अपने रिकॉर्ड प्रस्तुत करने हेतु सम्मन जारी किये गये हैं तथा जांच उपरान्त एवं पंजीयन निरस्तीकरण की कार्यवाही अमल में लायी जावेगी। डीलर्स की जांच व ऑडिट उपरान्त कर शास्ति, ब्याज आरोपण की कार्यवाही अमल में लायी जावेगी।