सीएम पाली में: छात्राओं ने सीएम से कहा, गांव में सैकंडरी स्कूल नहीं…, डेढ़ घंटे में ही आ गया क्रमोन्नति आदेश

सीएम पाली में: छात्राओं ने सीएम से कहा, गांव में सैकंडरी स्कूल नहीं…, डेढ़ घंटे में ही आ गया क्रमोन्नति आदेश

पाली।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार काे जिले के निंबोल गांव पहुंचे। यहां वे युवक कांग्रेस के पूर्व महासचिव व प्रदेश प्रवक्ता रहे स्व. मोहब्बत सिंह की शोकसभा में शामिल हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की। लौटते समय निंबोल गांव की छात्राओं काे स्कूल क्रमोन्नति की सौगात दे गए। इस दाैरान उनके साथ प्रदेश प्रभारी अजय माकन, पीसीसी चीफ गोविंदसिंह डोटासरा व प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद भी थे।सीएम ने स्व. मोहब्बतसिंह के परिजनों से मिल कर उन्हें सांत्वना भी दी। सीएम गहलोत ढाई साल बाद पाली जिले में आए। इससे पहले वे मई, 2019 में लोकसभा चुनाव की सभा काे लेकर पाली के अणुव्रत नगर आए थे।

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हालांकि गुरुवार काे सीएम का जिले में दाैरा पार्टी कार्यकर्ता की शाेक सभा में शामिल हाेने का ही था, फिर भी जिलेवासियों काे सीएम के दाैरे में पेयजल समस्या के निदान काे लेकर काफी उम्मीदें भी थी। हेलीपेड पर कतार में खड़े जिले के कांग्रेस नेताओं से वे आते-जाते दाेनाें समय मिले और उनसे बातचीत भी की। शोकसभा से लौटते समय निंबोल गांव में सरकारी मिडिल स्कूल के बाहर छात्राओं की भीड़ देख वहां रुक गए और छात्राओं के बीच पहुंचे। छात्राओं ने सीएम से कहा कि इस बालिका उच्च प्राथमिक स्कूल में 211 छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन गांव में उनके लिए सैकंडरी स्कूल नहीं है।

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ऐसे में आगे की पढ़ाई के लिए उन्हें दूसरे गांव जाना पड़ता है। सीएम ने माैके पर माैजूद शिक्षा मंत्री से कहा कि इस स्कूल काे सैकंडरी स्कूल में क्रमोन्नत किया जाए। असर यह हुआ कि सीएम के जाने के डेढ़ घंटे के भीतर ही शिक्षा विभाग ने निंबोल की इस स्कूल काे क्रमोन्नत करने के आदेश जारी कर दिए।