घर-घर औषधि योजना ने 3 माह में किया 85 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण

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घर-घर औषधि योजना ने 3 माह में किया 85 प्रतिशत लक्ष्य पूर्णजयपुर, एक नवंबर। राज्य सरकार एवं वन विभाग की महत्वपूर्ण घर-घर औषधि योजना ने 3 माह में ही प्रथम वर्ष का 85 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया है। वन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा और प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन-बल प्रमुख) डॉ. दीप नारायण पाण्डेय द्वारा अतिशीघ्र शेष लक्ष्य पूरे करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री मुनीश कुमार गर्ग ने बताया कि एक अगस्त 2021 से शुरू हुई योजना के पहले 3 माह में ही 85 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित कर लिया गया है। एक नवंबर तक घर-घर औषधि योजना के तहत राज्य भर में 53 लाख 35 हज़ार से अधिक औषधीय पौधों की किट्स का वितरण किया जा चुका है। उदयपुर संभाग के सभी जिलों के साथ-साथ टोंक, बारां, सवाई माधोपुर, करौली, सिरोही और झुंझुनू जिलों ने भी योजना के तहत लक्ष्य पूर्ण कर लिया है।श्री गर्ग ने बताया कि योजना में कोटा संभाग ने 90 प्रतिशत और भरतपुर संभाग ने 86 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य अर्जित कर लिया है। अजमेर संभाग ने 83 और जयपुर संभाग द्वारा 81 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया। उल्लेखनीय है कि श्री गर्ग द्वारा प्रत्येक सप्ताह बारी-बारी से सभी जिलों की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।इस बीच योजना की समीक्षा करते हुए प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा ने मुख्य वन संरक्षक और उप वन संरक्षकगणों को दिसंबर माह तक पौध वितरण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिन जिलों में औषधीय पौधों का वितरण कम हुआ है, उनमें तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन-बल प्रमुख) डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने बताया कि अजमेर संभाग के टोंक, कोटा संभाग के बारां, भरतपुर संभाग के सवाई माधोपुर और करौली, जोधपुर संभाग के सिरोही और जयपुर संभाग के झुंझुनू जिले ने भी योजना पहले वर्ष का शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित कर लिया है। उदयपुर संभाग के सभी जिले पूर्व में ही योजना के प्रथम चरण का लक्ष्य हासिल कर चुके हैं।उन्होंने शेष लक्ष्य पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि लाभान्वितों के घरों में जाकर पौधों की वृद्धि का मूल्यांकन, रख-रखाव और आवश्यक होने पर उनके उपयोग की जानकारी मौके पर ही दी जाए। डॉ. पाण्डेय ने कहा कि जिन स्थानों पर पौध वितरण का लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है, वहां की पौधशालाओं में अगर कोई परिवार औषधीय पौधे लेने आता है तो उन्हें भी पौधे उपलब्ध करवाए जाएं।इसके साथ ही डॉ. पाण्डेय ने अगले वर्ष के लिए पौधशालाओं में पौध तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा कि नया वर्ष आरंभ होते ही सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं। जिन जिलों में औषधीय पौधों के वितरण का लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है, वहां जल्द से जल्द जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर वितरण कार्य को आगे बढ़ाया जाए।—–