रामजीपुरा खुर्द में बकरियों की मृत्यु पर पाया काबू – शासन सचिव

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रामजीपुरा खुर्द में बकरियों की मृत्यु पर पाया काबू- शासन सचिवजयपुर, 22 नवम्बर। जयपुर जिले के किशनगढ़-रेनवाल क्षेत्र के गांव रामजीपुरा खुर्द में बकरियों में हो रही मृत्यु पर नियंत्रण कर लिया गया है। पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि रामजीपुरा खुर्द में विगत दिनों में लगभग 50 बकरियों की मौत अज्ञात कारणों से हुई है। राज्य रोग नियंत्रण केन्द्र द्वारा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर जांच के लिए आवश्यक नमूने लिये गये थे, प्राप्त जांच रिपोर्ट के अनुसार बैक्टिरियल इन्फेक्शन पाया गया है। उसी अनुरूप 143 बकरियों का उपचार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रा में चिकित्सा दल गठित कर तैनात कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त चल चिकित्सा वाहन भी तैनात किया गया है तथा औषधियां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवा दी गई है।मुर्गियों में बर्ड फ्लू रोग की पुष्टि नहीं, मुर्गी पालन व्यवसाय सुरक्षितराज्य में कुरजां एवं कौओं की एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस से मौत होने के मध्य मुर्गियों में फिलहाल बर्ड फ्लू रोग की पुष्टि नहीं हुई है और मुर्गी पालन व्यवसाय पूरी तरह सुरक्षित है। पशुपालन विभाग ने एहतिहात बरतते हुए सभी जिलों में रेपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन कर राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है।पशुपालन विभाग की शासन सचिव डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि प्रदेश में हाल ही में जोधपुर, पाली एवं जयपुर जिले के सांभर क्षेत्रा में प्रवासी पक्षियों सहित कौओं की मौत हुई है। जोधपुर जिले में प्रवासी पक्षी कुरजां की मौत राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार एवियन इन्फ्लूएंजा से होना पाया गया था। इसके बाद आसपास के क्षेत्रों मे फोगिंग करवायी गई है तथा नजदीकी विभागीय संस्थाओं को अलर्ट कर दिया गया है। डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि विभागीय स्तर से चिकित्सा दल तैनात किये जा चुके हैं, जिनके द्वारा बीमार पक्षियों की चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। जयपुर जिले के सांभर क्षेत्र में आज 5 कौओं और एक-एक मैना एवं रूफस ट्रिपी सहित 7 पक्षियों की मौत हुई है। सांभर क्षेत्र में मृत पाये गये कौओं के 4 नमूने राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल भिजवाये गये थे। वहां से आज प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 3 कौओं में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस होना पाया गया है। डॉ. आरुषी मलिक ने बताया कि पशुपालन मंत्री श्री लालचन्द कटारिया के निर्देशानुसार प्रभावी मॉनिटरिंग एवं तुरन्त कार्यवाही के लिए सभी जिलों में रेपिड रिस्पॉन्स टीमों का गठन किया गया है। सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।डॉ. मलिक ने बताया कि मुर्गियों में फिलहाल बर्ड फ्लू रोग की पुष्टि नहीं हुई है और मुर्गी पालन व्यवसाय पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने मुर्गी पालकों से अपील करते हुए कहा कि वे पक्षियों के बाड़े की साफ-सफाई रखें एवं अपने घरों की छतों या आसपास मृत पक्षी दिखायी देने पर तुरन्त विभाग को सूचित कराएं।