जिला कलक्टर ने ली सांभर लेक जिला स्तरीय समिति की बैठक घायल पक्षियों के रेस्क्यू एवं निगरानी के लिये सक्रियता से कार्य करने के दिये निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को करनी होगी नियमित निगरानी

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जिला कलक्टर ने ली सांभर लेक जिला स्तरीय समिति की बैठकघायल पक्षियों के रेस्क्यू एवं निगरानी के लिये सक्रियता से कार्य करने के दिये निर्देशसंबंधित विभागों के अधिकारियों को करनी होगी नियमित निगरानीजयपुर, 24 नवम्बर। जिला कलक्टर श्री अन्तर सिंह नेहरा ने सांभर लेक में घायल पक्षियों के रेस्क्यू एवं निगरानी के लिये संबंधित विभागों की बुधवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में सांभर लेक जिला स्तरीय सतर्कता समिति की तत्काल बैठक बुलाई एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये। श्री नेहरा ने वन विभाग, पशुपालन विभाग, नगर पालिका, पंचायतीराज एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से एजेण्डावार विस्तृत चर्चा की तथा विभागों द्वारा सांभर लेक परिक्षेत्र में मर रहे कौओं एवं अन्य पक्षियों के बचाव एवं उपचार के लिये की जा रही व्यवस्था एवं कार्यों की जानकारी ली।श्री नेहरा ने सांभर लेक परिक्षेत्र में मर रहे कौओं एवं अन्य घायल और रेस्क्यू किये गये पक्षियों के त्वरित उपचार हेतु डिस्पेन्सरी की स्थापना, पक्षियों के उपचार हेतु कार्मिंकों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण, सांभर लेक में मृत पशुओं के निस्तारण की व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की। श्री नेहरा ने कहा कि सांभर लेक में घायल पक्षियों के रेस्क्यू एवं निगरानी के लिये सभी अधिकारी  सक्रियता से कार्य करे इसके लिय एक रैपिड एक्शन टीम बनाई जाये साथ ही गश्ती दलों द्वारा निगरानी रखी जाए। सांभर झील में मृत पशुओं एवं मृत पक्षियों को खुला नहीं डाला जाए एवं सांभर परिक्षेत्र में बनाये गये डम्पिंग यार्ड में डाले जा रहे मृत पशुओं को खुला नहीं डालकर गड्डा खोदकर दफनाया जाए।उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि नियमित रूप से विजीट की जाए तथा गश्ती दलों द्वारा निगरानी रखी जाए। पशुपालन विभाग द्वारा जारी की गई एसओपी की पालना की जाए। पोल्ट्री फार्म पर कार्य कर रहे व्यक्तियों को मेडिकल किट, मास्क सैनेटाइजर दिये जाए तथा समय-समय पर उनके सैम्पल भी लिये जाए साथ ही डम्पिंग यार्ड के आस-पास सोडियम हाईपोक्लोराईड का छिड़काव किया जाए तथा निरीक्षक दल लगाकर निगरानी भी की जाए।उन्होंने कहा कि स्थानीय निवासियों को जागरूक करने के लिये माईक से प्रचार प्रसार भी किया जाये। घायल पक्षियों के रेस्क्यू एवं निगरानी के लिये कन्ट्रोल रूम भी बनाया गया है जिसके दूरभाष नम्बर 0141-2374617 है। इसके अतिरिक्त संबंधित विभाग के अधिकारियो का एक व्हाट्सएप गु्रप भी बनाया जाए। जिससे त्वरित एक्शन लेने में मदद मिल सके।बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (तृतीय) श्री अशोक कुमार शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (उत्तर) श्री बीरबल सिंह, उपवन संरक्षक श्री बीर सिंह ओला के साथ साथ पशुपालन विभाग, स्थानीय निकाय विभाग, पंचायतीराज विभाग के अधिकारी उपिस्थत रहे।