आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा, जन अभियोग निराकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने पदभार किया ग्रहण समीक्षा बैठक कर अधिकारियो को दिए निर्देश

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आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा, जन अभियोग निराकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने पदभार किया ग्रहणसमीक्षा बैठक कर अधिकारियो को दिए निर्देशजयपुर, 24 नवम्बर। आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा, जन अभियोग निराकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सुभाष गर्ग ने बुधवार को सचिवालय स्थित मंत्रालयिक भवन के अपने कक्ष में पदभार ग्रहण कर लिया। इसके पश्चात उन्होंने विभागवार अधिकारियों के साथ विभागों की समीक्षा बैठक ली। जन अभियोग निराकरण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने जन अभियोग निराकरण के सम्बन्ध में आयोजित समीक्षा बैठक में मूलनिवास, जाति प्रमाण पत्र तथा ऎसे ही अन्य दस्तावेज को आमजन को घर बैठे दिए जाना सुनिश्चित किए जाने के लिए कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए। आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक में श्री गर्ग ने विभाग के अधिकारियों को विभागीय चिकित्सालय एवं औषधालयों में समयबद्ध सेवाएं दिये जाने, औषधियों की उपलब्धता, क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा नियमित प्रभावी मॉनिटरिंग करने एवं अधिकारियों व कार्मिकों को समय पर उपस्थिति देने के निर्देश दिये। उन्होंने शतप्रतिशत औषधालय एवं चिकित्सालय खुले रहने एवं सेवाओं में निरन्तर सुधार करते हुए समयबद्ध संचालन पर जोर देते हुए कहा कि इसमें किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। बैठक में राज्य सरकार की विभिन्न बजट घोषणाओं एवं जनघोषणा पत्र पर विभागीय प्रगति पर विस्तृत चर्चा की। आयुर्वेद मंत्री श्री सुभाष गर्ग ने निरोगी राजस्थान को सफल बनाने के संबंध में आयुष की महत्ती भूमिका को बढ़ाने हेतु निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि बजट वर्ष 2021-22 की घोषणाओं के अनुसार प्रदेश में 6 योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय के लिये दिसम्बर 2021 तक भूमि चिन्हित कर शिलान्यास करवाने एवं योग व प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय, होम्योपैथी महाविद्यालय में इसी सत्र से प्रवेश प्रारम्भ करने का कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार राजस्थान में आयुष पर्यटन को बढावा देने के उद्देश्य से पीपीपी मोड पर मेडिट्यूरिज्म सेन्टर्स शीघ्र प्रारंभ करने के लिए कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बजट वर्ष 2021-22 में घोषित 58 ब्लॉक मुख्यालयों पर आयुष चिकित्सालयों को शीघ्र क्रियाशील किए जाने का कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही 1000 आयुष हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर्स प्रारंभ करने का कार्य किया जाएगा।आयुर्वेद और भारतीय चिकित्सा मंत्री ने कोरोना की प्रथम एवं द्वितीय लहर के दौरान आयुष की उपचारात्मक एवं रोग-प्रतिरोधक महत्ता को देखते हुए तीसरी लहर से बचाव हेतु गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में आयुर्वेद, होम्योपैथी एवं यूनानी औषधालयों के माध्यम से महिलाओं व बच्चों को विशेष ध्यान में रखते हुए काढ़ा, जोशान्दा इत्यादि औषधियों को वितरण करने संंबंधी निर्देश प्रदान किये।  राज्य सरकार की फ्लेगशिप योजना निरोगी राजस्थान में आयुष चिकित्सा पद्धतियों की रोगों से बचाव में महत्ती भूमिका को रेखांकित करते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश प्रदान किये। श्री गर्ग ने कुपोषण एवं एनीमिया पर विशेष कार्यक्रम संचालन हेतु कार्ययोजना बनाते हुए प्रभावी क्रियान्वयन करने संबंधी निर्देश प्रदान किये।  शासकीय पारदर्शिता एवं समयबद्ध निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को अधिकतम सात दिवस में समस्त पत्रों के निपटान हेतु निर्देश प्रदान किये। श्री गर्ग ने विभिन्न विभागीय कार्यक्रमों, सूचनाओं, विभागीय विभिन्न बोर्ड द्वारा किये जाने वाले रजिस्ट्रेशन, औषधि वितरण इत्यादि संबंधी कार्यवाही को ऑनलाईन करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देश प्रदान किये।  विभाग में लम्बित पदोन्नतियों, भर्तियों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने, विभिन्न विभागीय रसायनशालाओं में औषध निर्माण, गुणवत्ता नियंत्रण, वितरण व्यवस्था, कम्प्यूटरीकरण आदि के संबंध में प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देश प्रदान किये। बैठक में विभागीय शासन सचिव, श्रीमती विनीता श्रीवास्तव, उप शासन सचिव, श्री रामानन्द शर्मा, निदेशक आयुर्वेद श्रीमती सीमा शर्मा, निदेशक होम्योपैथिक डॉ. रेणु बंसल, निदेशक यूनानी डॉ. फैयाज अहमद, प्राचार्य डॉ. महेश दीक्षित, व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। …