सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक- फ्लैगशिप योजनाओं और जन घोषणा पत्र के त्वरित क्रियान्वयन के निर्देश

Description

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की साप्ताहिक समीक्षा बैठक-फ्लैगशिप योजनाओं और जन घोषणा पत्र के त्वरित क्रियान्वयन के निर्देशजयपुर 24 नवम्बर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने बुधवार को शासन सचिवालय स्थित कक्ष में विभाग के अधिकारियों के साथ साप्ताहिक बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने बजट घोषणाओं, जन घोषणा पत्र और फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए उनके त्वरित क्रियान्वयन के निर्देश दिए।शीघ्र निस्तारण पर जोर             शासन सचिव ने फ्लैगशिप योजनाओं से जुड़े कार्य एवं प्राप्त आवेदनों के शीघ्र निस्तारण की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा किराज्य सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिए विभिन्न वर्गों के लिए फ्लैगशिप कार्यक्रम लागू किया है। इसका प्रभावी असर तभी दिखाई देगा जब इनके लिए प्राप्त आवेदनों पर शीघ्र कार्यवाही हो।             जन घोषणा पत्र के बिन्दुवार क्रियान्वयन पर जोर देते हुए शासन सचिव ने कहा कि इनसे संबंधित कोई भी कार्य अधूरा नहीं रहना चाहिए। साथ ही बजट घोषणाओं को भी समयबद्ध तरीके से पूरा करने की आवश्यकता है।            डॉ. शर्मा ने विभागीय छात्रावासों में अधीक्षकों की निरन्तर उपस्थिति के निर्देश देते हुए कहा कि इससे छात्रावासों की व्यवस्था को सुचारू चलाया जाना संभव होगा। उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव महोदय से प्राप्त दिशा निर्देशों का उल्लेख करते हुए कहा कि छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को समय पर भोजन,स्वच्छ प्रांगण और आवश्यक संसाधन उपलब्ध होने चाहिए। आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों में समुचित उपस्थिति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।             उन्होंने ’अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना के संबंध में प्रतिभावान छात्रों की सूची तैयार कर इसके त्वरित क्रियान्वयन के निर्देश दिए तथा विद्यासम्बल योजना के तहत भी अति शीघ्र विद्यार्थियों को  मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।             डॉ शर्मा ने भिक्षावृृत्ति के खिलाफ अभियान की निरन्तरता को आवश्यक बताया और इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए कहा। पेंशनर्स के भौतिक सत्यापन कार्य की गति बढाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।—–