रीट पेपर धांधली मामलःवकील मनोज विश्नोई ने पत्नी के लिए खरीदा पेपर फिर भजनलाल सहित रिश्तेदारों को बेचा।

रीट पेपर धाधली मामले में बाड़मेर से ठेकेदार भजनलाल, उसकी भतीजी की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के लोग भूमिगत हो गए हैं। एसओजी लगातार संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर भूमिगत हुए लोगों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। जांच में सामने आया कि नकल गिरोह ने पूरी योजना के साथ समूह बनाकर पेपर को सॉल्व किया। एसओजी से मिली जानकारी के अनुसार वकील मनोज विश्नोई ने पत्नी को रीट में पास करवाने के लिए पेपर लिया था। उस पेपर को भजनलाल सहित अन्य दलालों तक भी बेचा। इसके बाद दलालों ने अपने रिश्तेदार, नजदीकी लोगों को बेच दिया। इस तरह एक के बाद एक करके बड़ी संख्या में अभ्यार्थियों तक पेपर पहुंच गया। इसके लिए 8-10 लोगों के ग्रुप बनाए गए। बंद कमरों में पेपर हल करके याद करवाया गया। एसओजी पिछले चार-पांच दिन से मनोज सहित तीन लोगों की तलाश कर रही है। एसओजी ठेकेदार भजनलाल व सोहनी देवी को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। ठेकेदार भजनलाल, उसकी भतीजी सोहनी की गिरफ्तारी के बाद से भजनलाल का करीबी मनोज और उसके रिश्तेदार सहित चार-पांच लोग भूमिगत हो गए हैं। एडवोकेट मनोज का सांचौर से कनेक्शन है। सांचौर मनोज की रिश्तेदारी तो है ही, यहां से नकल गिरोह का भी संबंध है।
एसओजी इनको पकड़ने के लिए लगातार घरों व ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। गिरफ्तारी के भय के चलते बाड़मेर और जालोर जिले में बड़ी संख्या में संदिग्ध भूमिगत हो गए हैं।ऐसा माना जा रहा है कि एसओजी को जांच में यह पता चला है कि बड़ी संख्या में अपने रिश्तेदारों और बहू बेटियों के लिए रीट का पेपर मोटी रकम देकर खरीदे जाने की जानकारियां मिल रही है।