गैंग रेप की शिकार दलित युवती के शव की सुपुर्दगी को लेकर जयपुर में हंगामा। मोबाइल कॉल डिटेल में फंस सकते हैं कई नेता और प्रभावशाली व्यक्ति।

गैंग रेप की शिकार दलित युवती के शव की सुपुर्दगी को लेकर जयपुर में हंगामा।
इधर यूपी के परिजनों के आग्रह पर नागौर एसपी राममूर्ति जोशी ने डीडवाना डीएसपी को जांच से हटाया। दोनों आरोपी भी गिरफ्तार हो चुके हैं।
मोबाइल कॉल डिटेल में फंस सकते हैं कई नेता और प्रभावशाली व्यक्ति।
==============
नागौर के डीडवाना में गैंगरेप की शिकार युवती के शव की सुपुर्दगी को लेकर 19 फरवरी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर लगातार हंगामा होता रहा। गैंगरेप के बाद 18 फरवरी को युवती की मौत जयपुर के एसएमएस अस्पताल में हो गई। पीड़िता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, परिवार को पचास लाख रुपए का मुआवजा और शेष आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अस्पताल परिसर में ही धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में भाजपा के राज्य सभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवा दी है। डॉ. मीणा ने आरोप लगाया है कि गैंगरेप में प्रभावशाली व्यक्ति भी शामिल हैं। लेकिन पुलिस उन्हें बचा रही है, परिजनों की मांग जब तक स्वीकार नहीं होगी, तब तक शव की सुपुर्दगी नहीं ली जाएगी। मीणा ने कहा कि कांग्रेस के शासन में दलित परिवारों की युवतियों के साथ गैंगरेप और हत्या की वारदात हो रही हैं। डीडवाना के मामले में भी रेप के बाद युवती का गला घोंट दिया गया। इस जघन्य अपराध के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खामोश हैं। वहीं पूरे घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने तीन सदस्य जांच कमेटी का गठन भी कर दिया है। यह कमेटी घटना स्थल का दौरा कर जांच पड़ताल करेगी। चूंकि युवती मेघवाल समाज की है, इसलिए मेघवाल समाज के लोग भी डीडवाना में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर नागौर के पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि परिजनों के आग्रह पर जांच अधिकारी को बदल दिया गया है। परिजन चाहते थे कि नागौर के डीएसपी विनोद से जांच करवाई जाए। परिजनों के इस आग्रह को स्वीकार करते हुए डीडवाना के डीएसपी से जांच लेकर विनोद सीपा को दे दी गई है। इसी प्रकार अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में पुलिस इंस्पेक्टर महेंद्र जाखड़ और जांच अधिकारी प्रहलाद सिंह को पहले ही निलंबित कर दिया गया है। जोशी ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में जो भी आरोपी शामिल होगा, उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जोशी ने कहा कि इस मामले में पुलिस पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है। पुलिस निष्पक्ष तरीके से जांच पड़ताल कर रही है।
फंस सकते हैं नेता:
जानकार सूत्रों के अनुसार पीड़ित युवती से नागौर के कई नेता और प्रभावशाली व्यक्ति संवाद करते रहे हैं। यदि पीड़िता के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के आधार पर कार्यवाही होती है कई नेता और प्रभावशाली व्यक्ति इस मामले में फंस सकते हैं। ऐसे व्यक्तियों में पंचायत समिति का एक सदस्य भी बताया जा रहा है। जिन व्यक्तियों की पीड़ित युवती से बात चीत होती रही है,अब वे भूमिगत हो गए हैं। इस प्रकरण से डीडवाना और नागौर में खलबली मची हुई है। युवती के साथ गैंगरेप और गला घोंटने की घटना से लोगों में भारी नाराजगी है।
https://youtu.be/iJFYuYyraOw
https://youtu.be/Rj7JHBFsrsE