Rajasthan : धौलपुर दलित महिला से गैंगरेप मामले मे सियासत हुई तेज |

Rajasthan : धौलपुर दलित महिला से गैंगरेप मामले मे सियासत हुई तेज |

वसुंधरा राजे और पूनिया ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना।

धौलपुर में महिला के साथ हुए गैंगरेप मामले पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए राजस्थान मे जंगलराज बताते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि दलित महिला के साथ हुई घटना अत्यंत निंदनीय है। प्रदेश में हर दिन हो रही महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं चिंता का विषय है। ऐसा लग रहा है जैसे प्रदेश में कुकर्मी बेखौफ हो गए हैं।

उन्हें कानून का जरा भी डर नहीं रह गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान एक बार फिर से शर्मसार हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में लगता है जैसे अपराधियों का तालिबानी शासन चल रहा है। पूनिया ने कहा कि धौलपुर के कंचनपुर थाना क्षेत्र में खेत से लौट रही एक विवाहिता को गन पॉइंट पर लेकर उसके बच्चों और पति के सामने गैंगरेप किया गया।

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प्रदेश में दलित महिला के साथ उत्पीड़न की यह पहली घटना नहीं है। अलवर के थानागाजी में वर्ष 2019 में गैंगरेप की वारदात से लेकर और हाल ही में अलवर की निर्भया की घटना तक एक लंबी फेहरिस्त है। पुनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 3 वर्ष से अधिक के शासन में 6 लाख 51 हजार से अधिक दर्ज मुकदमों में मुकदमा दर मुकदमा और अपराध दर अपराध बढ़ते चले गए।

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यही कारण है कि 2021 से लेकर 2022 तक के 1 वर्ष के कालखंड में 6337 दर्ज मामले महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और अनाचार के हैं। पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत के शासन में न केवल राजस्थान की कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई है। ऐसा लगता है कि उन्हें किसी अबला की अस्मत बचाने की फिक्र नहीं है। उन्हें फिक्र है अपनी कुर्सी बचाने की।

राज्य में सारी नैतिकता ताक पर रख दी गई और कानून व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है। ऐसा लगता है कि अशोक गहलोत के राज में राजनीतिक संरक्षण में थानों की नीलामी होती है। पुलिस का मनोबल गिरा हुआ है।