Rajasthan : राजनेताओं के संरक्षण में भूमाफिया सरकारी जमीन पर काट रहे हैं प्लॉट – कटारिया

Rajasthan : राजनेताओं के संरक्षण में भूमाफिया सरकारी

जमीन पर काट रहे हैं प्लॉट, नेता प्रतिपक्ष ने कड़ी कार्रवाई की

रखी मांग।

राजस्थान विधानसभा मे सोमवार को प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने बांसवाड़ा में विभिन्न राजनेताओं के संरक्षण में भू माफिया राजीव कोठारी सरकारी भूमि पर प्लॉट काटकर बेचने का काम करने का मुद्दा उठाया। कटारिया ने कहा कि उसके खिलाफ जिला प्रशासन और राज्य सरकार स्तर पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।कटारिया ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से कहा कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग जाए।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि सरकार को यथास्थिति के आदेश देने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब पशुपालन विभाग से एनओसी दिए बिना ही जमीन उसे दे दी गई है तो ऐसी स्थिति में रेवेन्यू बोर्ड के निर्णय तक जमीन यथास्थिति रखने के आदेश सरकार को देने चाहिए । राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने स्वीकार किया कि सरकारी भूमि पर प्लॉटिंग हो रही है। सरकार ने भूमाफिया के खिलाफ राजस्व मंडल में मामला दर्ज करा दिया है। ऐसे में तत्काल कार्रवाई करना संभव नहीं हो पा रहा है।उन्होंने कहा कि बांसवाड़ा में स्टेडियम के लिए खातेदारों से जमीन लेने के बदले उनको पशुपालन विभाग को आवंटित जमीन देने के मामले में रेफरेन्स प्रकरण अग्रिम कार्यवाही के लिए राजस्व मण्डल को भेजा गया है।

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उन्होंने कहा कि राजस्व बोर्ड के आदेश की पालना करायी जाएगी और अगर इस प्रकरण में कहीं कुछ गलत हुआ हो तो कार्यवाही की जाएगी। इससे पहले मंत्री रामलाल जाट ने अपने लिखित वक्तव्य में बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 28 से 31 मई 2018 की अवधि में बांसवाड़ा जिले में प्रवास के दौरान जनसंवाद कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्माणाधीन स्टेडियम के समीप लगभग 8 बीघा खातेदारी भूमि को अधिग्रहित कर स्टेडियम के उपयोग में लिये जाने के लिए निर्देश प्रदान किए गए थे।

उन्होंने बताया कि इस क्रम में तत्कालीन खातेदार समीर खान पुत्र आगा खां द्वारा कार्यालय हाजा में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर खसरा नम्बर 2754/1371 रकबा 4 बीघा 4068/2503/1394/1 रकबा 4 बीघा कुल किता-2 कुल रकबा 8 बीघा जो कि उनके खाते में दर्ज होकर स्टेडियम से लगती हुई भूमि जो स्टेडियम के उपयोग में ली जाती है तो उसके बदले अन्य समतुल्य भूमि दिये जाने के लिए निवेदन किया गया था। यह भूमि 2 नवम्बर 2018 को समीर खां द्वारा राजीव पिता ताराचन्द कोठारी जाति जैन को विक्रय की गई थी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में यह उल्लेखनीय है कि विनिमय के लिए प्रस्तावित ग्राम ठिकरिया की आराजी नम्बर 2248/1840/818 रकबा 1 बीघा 12 बिस्वा भूमि पूर्व में खसरा नम्बर 1840/818 कुल रकबा 4 बीघा किस्म गै.मु. भूमि कुक्कुट विकास एवं पशुपालन विभाग बांसवाड़ा के नाम दर्ज रेकॉर्ड थी।

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उक्त भूमि तहसीलदार बांसवाड़ा से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार ग्राम ठिकरिया की आराजी नम्बर 1840/818 रकबा 4 बीघा के मध्य से माही विभाग की नहर जाने से उक्त भूमि दो भागों में बंटी हुई है। नहर से उत्तर दिशा वाले भाग पर कुक्कुट विकास एवं पशुपालन विभाग का भवन बना होकर कार्यालय चल रहा है। नहर के दक्षिण दिशा वाले भाग में 1.12 बीघा भूमि विभाग के उपयोग में नहीं आ रही है एवं 0.06 बीघा नहर में स्थित है। दक्षिण भू-भाग पर 30 गुणा 100 फिट कुक्कुट शाला बनाई गई थी, जो खण्डहर हो चुकी है एवं 3 आवासीय क्वार्टर जो आवास योग्य नहीं होकर खण्डहर हो चुके है। इस प्रकार कुक्कुट विकास एवं पशु पालन विभाग को आवंटित भूमि कुल रकबा 4 बीघा भूमि में से मौकानुसार 2.02 बीघा भूमि पर पशु पालन विभाग का कार्यालय भवन बना हुआ है एवं उसका उपयोग उक्त विभाग द्वारा किया जा रहा है।