Rajasthan: राजधानी को दहलाने की साजिश रचते ‘अल सूफा’ के 3 आतंकी गिरफ्तार

Rajasthan: जयपुर को खाक में मिलाने के मंसूबे नाकाम, राजधानी को दहलाने की

साजिश रचते ‘अल सूफा’ के 3 आतंकी गिरफ्तार

राजस्थान के चितौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा में पकड़े गए आतंकी बड़ी साजिश को अंजाम देने वाले थे। इसके लिए रतलाम से यह 12 किलो आरडीएक्स जयपुर में अपने किसी दूसरे साथी तक पहुंचाने जा रहे थे। आतंकी चुनाव से पहले जयपुर में ब्लास्ट करने की  योजना कर रहे थे। इसी ब्लास्ट से वह अपने संगठन ‘सूफा’ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना चाहते थे। आरडीएक्स ले जा रहे आतंकियों को जब पुलिस ने रोका तो उन्होंने पुलिस को लालच भी दिया। निंबाहेड़ा पुलिस ने बुधवार को सूफा आतंकी संगठन से जुड़े हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।  अब जयपुर में एटीएस और एनआईए इसकी जांच आगे कर रही है।

आतंकी जुबेर, सेफू और अल्तमस तीनों ने पुलिस को दो बार लाखों रुपए का लालच भी दिया था। कार को रोकते ही आरोपियों ने पांच लाख रुपए का ऑफर दिया। इस बात को सुनते ही पुलिसकर्मी चौंक गए। पुलिस को लगा कि शायद कोई डोडा-चूरा या अफीम छुपा रखी है। इसीलिए यह ऑफर दिया जा रहा है। जब तलाशी ली तो डोडा- चूरा नहीं मिला। पुलिस को सख्ती से पूछताछ करते देख आरोपियों ने फिर से 20 लाख रुपए का लालच दिया। पुलिस को शक हुआ कि ऐसा क्या है, जिसके कारण इतने लाखों का ऑफर दिया जा रहा है। कार की तलाशी ली तो आरडीएक्स सहित कई सामान मिले। इसके अलावा थाने में भी थाना अधिकारी को मुंह मांगी रकम बोलने के लिए कहा गया था। तलाशी में पुलिस को खोदने के लिए गेती, ईंट के टुकड़े सब मिले थे। ताकि विस्फोटक को पुलिया के नीचे दबाने में दिक्कत ना हो। यह लोकेशन आला कमान को भेजने के बाद अगली टीम जयपुर से पहुंचकर उसे निकाल बम बनाने वाले थे। अब बम कहां और कब बनाया जाने वाला था। कहां-कहां प्लांट किया जाना था, इसकी जांच की जा रही है।तीनों आतंकी जुबेर, सेफू और अल्तमस तीनों अल सूफा संगठन से जुड़े है। वर्ष 2013 में जुड़ने के बाद यह संगठन कुछ समय तक निष्क्रिय रहा। लेकिन एक बार फिर चुनाव आने से पहले यह एक्टिव हो गया। तलाशी के दौरान कार की डिग्गी से इमरान अंसारी के नाम से कार की आरसी मिली। पूछताछ में पता चला संगठन का अध्यक्ष इमरान अंसारी पकड़े गए आरोपी सेफुद्दीन उर्फ सेफ़ू का सगा भाई है। सेफुद्दीन प्रॉपर्टी का बिजनेस करता है। वही जुबेर सब्जी रिटेलर है। अल्तमस एक धनाढ्य परिवार से है।वहीं सावा गांव से पकड़ा गया संदिग्ध व्यक्ति अरमान से अभी भी पूछताछ चल रही है। अरमान ने पुलिस को बताया कि वह इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं जानता है। उसने 3 महीने पहले संगठन के उप कप्तान आमीन से फोन पर बात की थी। पुलिस को शक है की अरमान का इससे कुछ लिंक है।डीजीपी एमएल लाठर, एटीएस और एसओजी के आईपीएस अशोक राठौड़ ने निंबाहेड़ा के टीम तारीफ की और उनका हौसला अफजाई किया। निम्बाहेड़ा में पकड़ने वाली टीम हेड कॉन्स्टेबल प्रमोद कुमार, सुंदर पाल, कॉन्स्टेबल नरेश कुमार, हरविंदर सिंह को उन्होंने बधाई दी और कहा पुलिस की टीम पर हमें गर्व है।